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24 नवम्बर, 2024
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DUDA की Team की Darbhanga के बेनीपुर में जांच, 5 सालों के विकास कार्यों में दिखी आंच ही आंच, अनियमितता की खुली पोल, टीम को जो दिखा…?

डूडा के कार्यपालक अभियंता नंदलाल सिंह बताते हैं, योजनाओं में त्रुटि पाई गई है। इसके अनुसार ही आगे कार्रवाई की जाएगी।

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बेनीपुर। नगर परिषद क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में विगत एक पंचवर्षीय में कराए गए विभिन्न विकास योजनाओं में व्यापक अनियमितता का (DUDA’s team reached Benipur to take stock of 5 years of development) मामला प्रकाश में आया है।

स्थानीय लोगों की शिकायत पर जांच

करने पहुंचे डूडा के कार्यपालक अभियंता नंद लाल सिंह, कार्य पालक पदाधिकारी दीपक कुमार, कनीय अभियंता रोहित सिंह राठौड़,सुनील कुमार एवं सहायक नगर योजना पर्यवेक्षक कुमार संभव को भी आम जनता के कोपभाजन का शिकार होना पड़ा।

नाली का पानी ही सड़क पर आने की प्रबल संभावना

मंगलवार को उक्त पदाधिकारी सर्वप्रथम वार्ड संख्या 6 में पहुंचे जहां स्थानीय लोगों ने सड़क निर्माण में व्यापक अनियमितता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। इस सड़क में मानक के अनुसार ना तो मोटाई का पालन किया गया था। और, सड़क नाली से भी गहरी सतह पर बनाई गई है, जिससे कि नाली का पानी ही सड़क पर आने की प्रबल संभावना बनी हुई है।

वार्ड संख्या 14 में एक ही योजना पर दो संवेदक

इसके बाद पदाधिकारी की टीम ने वार्ड संख्या 14 ,वार्ड संख्या 19 ,वार्ड संख्या 20 में पूर्ण एवं अपूर्ण योजनाओं का स्थल जांच कर भौतिक सत्यापन किया। सबसे आश्चर्यजनक पहलू तो उस समय देखने को मिला जब वार्ड संख्या 14 में एक ही योजना पर दो संवेदक की ओर से काम किए जाने की दावा प्रस्तुत की जा रही थी।

प्रथम संवेदक ने बजरंगबली मंदिर से 400 फीट तक नाला निर्माण किए जाने और उसकी मापी पुस्तिका तैयार किए जाने के बाद भुगतान नहीं होने की दावा कर रहे थे। जबकि दूसरे संवेदक बजरंगबली मंदिर से भथन शाह तालाब तक 1365 फीट नाला निर्माण की बात बता रहे हैं। इसकी पुष्टि कार्यपालक पदाधिकारी की ओर से भी की जा रही है।

कार्यपालक पदाधिकारी दीपक कुमार बताते हैं

कि प्रथम फेज में की गई निविदा के अनुकूल काम कहीं धरातल पर देखने को नहीं मिला। अंततः दूसरे फेज में उक्त योजना को संपादित की गई जिसका भुगतान भी कर दिया गया है।

सवाल उठता है कि आखिर यह 400 फीट नाला गई तो गई कहां। जिसका मापी पुस्तिका विभागीय अभियंता की ओर से ही तैयार की गई है। दूसरी ओर जांच के क्रम में स्थानीय लोगों द्वारा अन्य सभी योजनाओं की प्राक्कलन एवं मापी पुस्तिका सार्वजनिक किए जाने की मांग की। जिस पर उपस्थित पदाधिकारी बंगले झांकते नजर आए। और, जांच के क्रम में अभिलेख साथ नहीं लाने की बात बताते रहे।

अब देखना यह है कि आम जनता के शिकायत का निवारण कैसे और किस तरह हो पाती है। इस संबंध में पूछने पर जांच टीम में शामिल डूडा के कार्यपालक अभियंता नंदलाल सिंह बताते हैं कि योजनाओं में त्रुटि पाई गई है उसके अनुसार ही आगे कार्रवाई की जाएगी।

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