नई दिल्ली: जिंदगी में एक अपना घर होना हर किसी का सपना होता है। लेकिन, जब इस सपने को पूरा करने का वक्त आता है, तो कई बार उत्साह और जल्दबाजी में हम कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जो भविष्य में भारी पड़ सकती हैं। प्रॉपर्टी की बढ़ती कीमतों के इस दौर में, लोग अपनी जीवन भर की कमाई लगाकर या फिर होम लोन का सहारा लेकर यह सपना पूरा करते हैं। लेकिन, अगर सही प्लानिंग और जानकारी के बिना आगे बढ़ें तो यह सुखद अनुभव एक बुरे सपने में बदल सकता है।
तो अगर आप भी अपने आशियाने की तलाश में हैं, तो इन गलतियों से बचना बेहद जरूरी है। ये टिप्स न सिर्फ आपको भविष्य की परेशानियों से बचाएंगे, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेंगे कि आपको अपने घर के लिए एक बेहतरीन डील मिले।
1. लोन का गणित समझना है जरूरी
होम लोन लेते समय सबसे बड़ी गलती यह होती है कि लोग अपनी आर्थिक स्थिति और आय का सही आकलन नहीं करते। यह समझना महत्वपूर्ण है कि आप कितनी लोन राशि के लिए पात्र हैं और कितनी ईएमआई (EMI) आसानी से चुका सकते हैं। अपनी आय और खर्चों का बारीक विश्लेषण करें। अगर आप लोन की ईएमआई चुकाने में असमर्थ रहते हैं, तो यह आपके लिए भविष्य में गंभीर आर्थिक संकट पैदा कर सकता है।
लोन की अवधि (tenure) का चुनाव भी बहुत सोच-समझकर करें। लंबी अवधि का मतलब है कम ईएमआई, लेकिन कुल मिलाकर आपको ब्याज के रूप में अधिक राशि चुकानी होगी। अपनी भुगतान क्षमता के अनुसार अवधि तय करना समझदारी है।
2. अपनी जेब देखें, फिर घर चुनें
अक्सर लोग अपनी हैसियत से बढ़कर महंगे और आलीशान घरों की ओर आकर्षित हो जाते हैं। लेकिन, क्या आप वाकई में ऐसे घर की किश्तों और उसके रखरखाव का खर्च उठा पाएंगे? घर खरीदने से पहले अपनी वर्तमान और भविष्य की आर्थिक स्थिति का ईमानदारी से मूल्यांकन करें। अगर आप भविष्य में भुगतान करने में सक्षम नहीं हैं, तो ऐसे सपनों के घर से दूरी बना लेना ही बेहतर है।
3. लोकेशन, लोकेशन और लोकेशन!
किसी भी प्रॉपर्टी का मूल्य उसकी लोकेशन पर बहुत हद तक निर्भर करता है। घर खरीदते समय यह जरूर पता करें कि आपके घर से स्कूल, अस्पताल, बाजार, और सार्वजनिक परिवहन जैसी बुनियादी सुविधाएं कितनी दूरी पर हैं। एक अच्छी लोकेशन न केवल आपकी रोजमर्रा की जिंदगी को आसान बनाती है, बल्कि भविष्य में प्रॉपर्टी की वैल्यू बढ़ने की संभावना को भी बढ़ाती है।
4. बना लें इमरजेंसी फंड
घर खरीदने जैसा बड़ा फैसला लेने से पहले, एक मजबूत इमरजेंसी फंड तैयार करना बहुत महत्वपूर्ण है। विशेषज्ञों की सलाह है कि आपके पास कम से कम 6 महीने के खर्चों के बराबर की रकम का इमरजेंसी फंड होना चाहिए। इस फंड में आपकी ईएमआई और अन्य जरूरी खर्चे शामिल होने चाहिए। ताकि किसी अप्रत्याशित परिस्थिति, जैसे नौकरी छूटना या कोई मेडिकल इमरजेंसी, आने पर आप आर्थिक रूप से सुरक्षित रह सकें।
5. तुलना करना न भूलें
जब आप कोई प्रॉपर्टी फाइनल करने जा रहे हों, तो उस इलाके की अन्य प्रॉपर्टीज से उसकी तुलना जरूर करें। प्रॉपर्टी की कीमत, सुविधाएं, और भविष्य की संभावनाओं को लेकर यह तुलना आपको एक बेहतर और सूचित निर्णय लेने में मदद करेगी। इससे आपको यह समझने में भी आसानी होगी कि आप जो कीमत चुका रहे हैं, वह वाजिब है या नहीं।








