Real Estate: भारतीय रियल एस्टेट बाजार ने 2025 में एक ऐतिहासिक मोड़ देखा, जब कई कारकों ने मिलकर इस सेक्टर को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। आरबीआई की ब्याज दरों में कटौती, लग्जरी हाउसिंग सेगमेंट में जोरदार उछाल, रिकॉर्ड विदेशी निवेश और कार्यालयों के लिए लीजिंग में जबरदस्त वृद्धि ने बाजार को एक नई दिशा दी। इस साल की घटनाओं ने न केवल वर्तमान बाजार को मजबूत किया बल्कि 2026 के लिए भी महत्वपूर्ण रुझान स्थापित किए हैं।
भारतीय Real Estate ने 2025 में रचे कीर्तिमान: जानें कैसे बदला बाजार का रुख
Real Estate सेक्टर में ऐतिहासिक उछाल और भविष्य की दिशा
2025 भारतीय रियल एस्टेट के लिए वास्तव में एक ऐतिहासिक वर्ष साबित हुआ। इस अवधि में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा की गई लगातार ब्याज दरों में कटौती ने घर खरीदारों के लिए ऋण को अधिक किफायती बना दिया, जिससे हाउसिंग सेक्टर में मांग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। खासकर लग्जरी घरों की खरीद में अभूतपूर्व उछाल देखने को मिला, जो उच्च निवल मूल्य वाले व्यक्तियों और निवेशकों दोनों के लिए आकर्षक साबित हुआ। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इसके अलावा, विदेशी निवेश ने भी रिकॉर्ड स्तर छू लिया, जिससे बाजार में नई पूंजी का प्रवाह हुआ और डेवलपर्स को बड़े प्रोजेक्ट्स शुरू करने में मदद मिली।
कार्यालय स्थलों की लीजिंग में भी जबरदस्त वृद्धि दर्ज की गई, खासकर वैश्विक क्षमता केंद्रों (GCCs) द्वारा संचालित मांग के कारण। दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और गुरुग्राम जैसे प्रमुख शहरों में अल्ट्रा-लग्जरी प्रॉपर्टी डील्स में तेजी देखने को मिली, जो इस बात का संकेत है कि भारत का संपत्ति बाजार अब केवल किफायती घरों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि प्रीमियम सेगमेंट में भी मजबूत पकड़ बना रहा है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इन शहरों में बढ़ती सामर्थ्य ने भी 2026 के लिए नए ट्रेंड्स सेट किए हैं, जिससे आने वाले समय में भी इस सेक्टर में तेजी की उम्मीद है।
बाजार को मिली नई गति
विशेषज्ञों का मानना है कि इन सभी कारकों ने मिलकर भारतीय संपत्ति बाजार को एक मजबूत और टिकाऊ विकास पथ पर धकेल दिया है। निवेशकों का आत्मविश्वास बढ़ा है और डेवलपर्स भी भविष्य को लेकर आशावादी दिख रहे हैं। सरकार की नीतियां और आर्थिक विकास भी इस उछाल में सहायक रहे हैं, जिससे रियल एस्टेट अब भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रमुख स्तंभों में से एक बन गया है। हाउसिंग सेक्टर में यह सकारात्मक गति आने वाले वर्षों में भी बनी रहने की संभावना है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। रियल-टाइम बिजनेस – टेक्नोलॉजी खबरों के लिए यहां क्लिक करें।


