Stock Market: भारतीय शेयर बाजार में पिछले दो कारोबारी सत्रों की तेजी पर मंगलवार को ब्रेक लग गया। वैश्विक संकेतों और घरेलू आईटी तथा फार्मा शेयरों में मुनाफावसूली के चलते बाजार ने उतार-चढ़ाव देखा और लगभग सपाट बंद हुआ, जिससे निवेशकों में अगली रणनीति को लेकर मंथन शुरू हो गया है।
Stock Market: क्यों थमी भारतीय शेयर बाजार की तेजी? जानें निवेशकों की अगली चाल
Stock Market: सेंसेक्स और निफ्टी 50 का उतार-चढ़ाव भरा दिन
मंगलवार को 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 42.64 अंक या 0.05 प्रतिशत गिरकर 85,524.84 अंक पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में यह 85,704.93 अंक के उच्चतम स्तर तक पहुंचा, जबकि न्यूनतम स्तर 85,342.99 अंक रहा। वहीं, 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी मामूली 4.75 अंक यानी 0.02 प्रतिशत बढ़कर 26,177.15 अंक पर बंद हुआ। यह निफ्टी की एक स्थिर चाल थी, जो बाजार की समग्र अस्थिरता के बावजूद कायम रही। धातु, एफएमसीजी और ऊर्जा क्षेत्र के शेयरों में खरीददारी दिखी, जबकि सूचना प्रौद्योगिकी और औषधि क्षेत्रों में दबाव स्पष्ट था। यह दर्शाता है कि आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
सेंसेक्स के प्रमुख शेयरों में इन्फोसिस, भारती एयरटेल, अदाणी पोर्ट्स, सन फार्मा, टेक महिंद्रा, इटरनल, एक्सिस बैंक और मारुति प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। दूसरी ओर, लाभ कमाने वाले शेयरों में आईटीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा स्टील और एचडीएफसी बैंक शामिल थे, जिन्होंने बाजार को कुछ हद तक सहारा दिया।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने बताया कि वैश्विक बाजारों से मिले-जुले संकेतों के कारण घरेलू बाजार सीमित दायरे में रहा और स्थिरता के साथ बंद हुआ। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। अधिकांश क्षेत्रों में बिकवाली का दबाव बना रहा, हालांकि वित्तीय और एफएमसीजी क्षेत्रों ने बाजार को थोड़ी मजबूती दी। उन्होंने यह भी कहा कि निवेशक अब कंपनियों के आगामी तिमाही नतीजों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और फेडरल रिजर्व की नीतिगत संभावनाओं पर भी बारीकी से नजर रखे हुए हैं, क्योंकि जनवरी की बैठक में ब्याज दरों में कटौती की संभावना धीरे-धीरे बढ़ती दिख रही है।
बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक में 0.38 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि मझोली कंपनियों से संबंधित मिडकैप सूचकांक 0.07 प्रतिशत के लाभ में रहा। यह बताता है कि छोटे और मझोले शेयरों में निवेशकों की दिलचस्पी बनी हुई है।
बाजार विशेषज्ञ और वैश्विक रुझान
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा कि वायदा एवं विकल्प खंड में सौदों की साप्ताहिक समाप्ति के दिन बाजार में सुस्ती छाई रही और हाल की तेजी के बाद यह लगभग स्थिर रुख के साथ बंद हुआ। यह सामान्य बाजार व्यवहार है जब निवेशक अपनी स्थिति को समायोजित करते हैं। रियल-टाइम बिजनेस – टेक्नोलॉजी खबरों के लिए यहां क्लिक करें https://deshajtimes.com/news/business/।
एशिया के अन्य प्रमुख बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और चीन का शंघाई कम्पोजिट सकारात्मक दायरे में कारोबार कर रहे थे, जबकि हांगकांग का हैंग सेंग गिरावट के साथ बंद हुआ। यूरोप के बाजारों में दोपहर के कारोबार में मिला-जुला रुख देखने को मिला, जिससे वैश्विक अनिश्चितता का संकेत मिलता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। निवेशकों को आने वाले समय में वैश्विक संकेतों और घरेलू आर्थिक आंकड़ों पर कड़ी नजर रखनी होगी।


