SIP: आज के दौर में निवेश की जब भी बात होती है, तो सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) का नाम सबसे पहले आता है। कई लोग इसे लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न और निवेश की सरलता के कारण एक आदर्श विकल्प मानते हैं। ऐसा लगता है कि यह हर किसी के लिए सुरक्षित और फायदेमंद रास्ता है, लेकिन वित्तीय विशेषज्ञों की राय कुछ अलग है। कुछ विशेष परिस्थितियों में SIP में निवेश करना फायदे की बजाय नुकसानदेह साबित हो सकता है। यह समझना बेहद जरूरी है कि हर निवेशक के लिए SIP उपयुक्त नहीं होती और बिना सोचे-समझे किया गया निवेश भारी पड़ सकता है।
निवेश का नया मंत्र? जानिए, कब SIP आपके लिए सही विकल्प नहीं है!
SIP: किन निवेशकों को इससे दूरी बनानी चाहिए?
एसआईपी, यानी सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान, उन निवेशकों के लिए बेहतरीन होता है, जो धैर्यवान होते हैं और लंबी अवधि के लिए निवेश कर सकते हैं। हालांकि, हर निवेशक की वित्तीय स्थिति और लक्ष्य अलग होते हैं। यहां हम उन प्रमुख श्रेणियों के निवेशकों की बात करेंगे, जिनके लिए एसआईपी एक उपयुक्त विकल्प नहीं हो सकता है:
- कम समय के लिए निवेश करने वाले: एसआईपी का असली फायदा तभी मिलता है जब आप अपने पैसे को लंबे समय तक बाजार में रहने देते हैं। यदि आपका लक्ष्य कम समय में पैसा निकालना है या आप अपनी निवेश यात्रा को लंबा नहीं खींच सकते, तो म्यूचुअल फंड आपके लिए सही विकल्प नहीं होगा। छोटे समय के लिए बाजार की अस्थिरता से आपके रिटर्न पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, और ऐसे में एफडी या अन्य सुरक्षित विकल्प बेहतर साबित हो सकते हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
- केवल टैक्स बचाने के उद्देश्य से निवेश करने वाले: जो निवेशक सिर्फ आयकर बचाने के लिए इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) जैसे विकल्पों में पैसा लगाते हैं और बाजार जोखिम उठाने को तैयार नहीं होते, उनके लिए एसआईपी हमेशा सही नहीं होती। ELSS में तीन साल का लॉक-इन पीरियड होता है, लेकिन बाजार के उतार-चढ़ाव का जोखिम हमेशा बना रहता है। यदि आप जोखिम लेने से कतराते हैं, तो टैक्स बचाने के अन्य सुरक्षित तरीकों पर विचार करना बेहतर है।
- जोखिम न लेने वाले निवेशक: बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो अपने निवेश पर भले ही कम रिटर्न चाहते हों, लेकिन अपने मूलधन की पूरी सुरक्षा चाहते हैं। एसआईपी से मिलने वाला रिटर्न पूरी तरह से बाजार जोखिमों के अधीन होता है। शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव का सीधा असर आपके एसआईपी के रिटर्न पर पड़ता है। ऐसे में, यदि आप बाजार की अनिश्चितताओं से घबराते हैं और जोखिम लेने की इच्छा नहीं रखते, तो एसआईपी आपके लिए उचित विकल्प नहीं है। रियल-टाइम बिजनेस – टेक्नोलॉजी खबरों के लिए यहां क्लिक करें
निवेश से पहले अपनी वित्तीय स्थिति का आकलन करें
निवेश का कोई भी फैसला लेने से पहले अपनी वित्तीय लक्ष्यों, जोखिम उठाने की क्षमता और निवेश की अवधि का सावधानीपूर्वक विश्लेषण करना अनिवार्य है। एसआईपी जहां एक अनुशासित और प्रभावी निवेश रणनीति हो सकती है, वहीं यह सभी के लिए एक सार्वभौमिक समाधान नहीं है। एक विवेकपूर्ण निवेशक वही है जो अपनी जरूरतों को समझता है और उसी के अनुसार अपने निवेश विकल्पों का चुनाव करता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
निवेश विशेषज्ञों का मानना है कि भले ही म्यूचुअल फंड निवेश ने हाल के वर्षों में शानदार प्रदर्शन किया हो, लेकिन हर व्यक्ति को अपने पोर्टफोलियो को अपनी व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुरूप बनाना चाहिए। बिना उचित रिसर्च या वित्तीय सलाहकार की मदद के लिए गए फैसले से पछतावा हो सकता है। इसलिए, किसी भी निवेश योजना को अपनाने से पहले पूरी जानकारी प्राप्त करें और अपनी वित्तीय योजना को ठोस आधार दें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।

