
गो फर्स्ट एयर सर्विस 3 मई 2023 से बंद है। एयरलाइन कंपनी का कहना है कि प्रैट एंड व्हिटनी (पीएंडडब्ल्यू) से इंजन की आपूर्ति नहीं मिल रही है। इस कारण उसे अपने 28
विमानों को खड़ा करना पड़ा है। इस हालात में गो फर्स्ट ने स्वैच्छिक दिवाला प्रक्रिया के लिए एनसीएलटी के पास आवेदन किया। एनसीएलटी ने दिवाला प्रक्रिया के इस आवेदन को मंजूरी दे दी।
हॉलिडे सीजन के साथ इसमें गो फर्स्ट (Go First) की स्थगित सेवाओं को कारण बताया जा रहा है। दरअसल, गो फर्स्ट एयरलाइन स्वैच्छिक दिवाला प्रक्रिया से गुजर रही है। जिन्हें भी उम्मीद थी कि इस हफ्ते कुछ राहत मिलेगी, उनकी उम्मीदों को करारा झटका लगा है। क्योंकि गो फर्स्ट की उड़ान सेवाएं 28 जून तक बंद ही रहेंगी।
दिवालिया हो चुकी एयरलाइन गो फर्स्ट (Go First) ने जुलाई महीने से अपने पायलटों के रिटेंशन भत्ते (Retention Allowance) को बंद करने का फैसला किया है। Go First के साथ काम करने वाले बताते हैं कि उन्हें कहा गया है कि “जून का रिटेंशन भत्ता महीने के
अंत तक हमारे सैलरी के साथ खाते में जमा किया जाएगा। लेकिन इसके बाद एयरलाइन रिटेंशन भत्ता देना बंद कर देगी।
गो फर्स्ट के कर्जदाताओं की समिति में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, आईडीबीआई बैंक और ड्यूश बैंक शामिल हैं। अजमेरा जो कर्जदाताओं की समति की ओर से समर्थित है ने अब तक इस मामले में आधिकारिक तौर पर कोई टिप्पणी नहीं है। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया समेत अन्य बैंकों ने भी इस पर फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की है।