दिल्ली हाईकोर्ट ने जेल परिसर के अंदर गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के मामले में गुरुवार (26 मई) को तल्ख टिप्पणी की। हाईकोर्ट ने कहा कि ऐसी घटनाएं अस्वीकार्य है। अधिकारियों को ऐसी घटनाओं का इंतजार नहीं करना चाहिए।
दो मई को जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या कर दी गई थी। जेल में भी बंद गोगी गैंग अपराधियों ने बड़ी ही बेहरमी से लोहे की रॉड घोंपकर टिल्लू ताज पुरिया हत्या की थी।
टिल्लू ताजपुरिया के हत्या के बाद उसके पिता और भाई ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की। याचिका में मामले की छानबीन सीबीआई से कराने के मांग की। कोर्ट में सुनवाई के दौरान जेल प्रशासन पर कई सवाल खड़ा किया।
साथ ही हत्या के सीसीटीव फूटेज के वायरल होने को लेकर कई सवाल पूछा था। इसके साथ ही अदालत ने यह भी पूछा कि अधिकारियों को कार्रवाई करने के लिए ऐसी घटनाओं का इंतजार क्यों करना पड़ता है।
अब इस मामले में 80 पुलिस अधिकारियों पर गाज गिरी है। 80 पुलिस अधिकारियों का तबादला कर दिया है। जानकारी के अनुसार इसमें पांच उपाधीक्षक, नौ सहायक अधीक्षक, आठ हेड वार्डन और पचास वार्डन शामिल हैं। इससे पहले भी 11 मई को भी 99 पुलिस अधिकारियों का तबादला किया गया था।
इससे पहले सीसीवीटी फुटेज सामने आने के बाद तमिलनाडु पुलिस कर्मियों की लापरवाही सामने आने पर 5 मई को तिहाड़ ने 8 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया था, जिसमें 2 सहायक अधीक्षक और 4 वार्डरों के साथ-साथ 2 हेड वार्डर शामिल थे।
टिल्लू ताजपुरिया पर रोहिणी कोर्ट में जितेंद्र गोगी की हत्या करने का आरोप लगा था। इसी मामले में वो तिहाड़ जेल में बंद था। 2 मई को टिल्लू ताजपुरिया की योगेश टुंडा और उसके साथी दीपक तीतर नाम के दो अपराधियों ने लोहे की रॉड से हमला किया।
इसमें टिल्लू ताजपुरिया बुरी तरह से घायल हो गया और फिर उसकी मौत हो गई। ऐसा बतया जा रहा है कि योगेश टुंडा और उसके साथी दीपक तीतर ने जितेंद्र गोगी की हत्या का बदला लेने के लिए टिल्लू ताजपुरिया की हत्या की थी।
इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ था। जिसमें अपराधी, टिल्लू ताजपुरिया पर पुलिस के सामने ही हमला करते दिख रहे थे। इसको लेकर जेल प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे थे।
पटियाला हाउस कोर्ट ने 15 मई को टिल्लू ताजपुरिया हत्याकांड मामले में सभी आरोपियों को 14 दिन की हिरासत में भेज दिया था। साथ ही कोर्ट ने जेल प्रशासन से सभी छह आरोपियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। मामले में आरोपियों को 29 मई को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पेश किया जाएगा।