back to top
2 दिसम्बर, 2024
spot_img

शिक्षा शेरनी का दूध, जो पिएगा दहाड़ेगा…अवध ओझा ‘सर’ हुए “AAP” के, देखें video

spot_img
spot_img
spot_img

अवध ओझा ‘सर’ का राजनीति में प्रवेश: AAP में हुए शामिल

नई दिल्ली: मोटिवेशनल स्पीकर और सिविल सेवा (Awadh Ojha ‘Sir’ joins AAP) की तैयारी कराने वाले अवध ओझा ‘सर’ ने आज आम आदमी पार्टी (AAP) का दामन थाम लिया। शिक्षा के क्षेत्र में मशहूर ओझा सर अब राजनीति के जरिए समाज में बदलाव की दिशा में काम करेंगे।

AAP में स्वागत और संभावित भूमिका

  • AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने ओझा सर का पार्टी में गर्मजोशी से स्वागत किया।
  • अरविंद केजरीवाल ने कहा:

    “अवध ओझा शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा नाम हैं। उनका पार्टी में आना हमारे शिक्षा सुधार के प्रयासों को और गति देगा।”

  • पार्टी सूत्रों के अनुसार, अवध ओझा दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं।

अवध ओझा का बयान

  • ओझा सर ने कहा:

    “शिक्षा शेरनी का दूध है, इसे जो पिएगा, वह दहाड़ेगा।
    मैं AAP की बच्चों के भविष्य पर केंद्रित विचारधारा से जुड़ा हूं। मेरी सबसे बड़ी महत्वाकांक्षा शिक्षा का विकास है।”

  • जब उनसे चुनाव लड़ने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा,

    “पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी, मैं उसे निभाने के लिए तैयार हूं।”

शिक्षा के क्षेत्र में योगदान

  • अवध ओझा सर, जो यूपीएससी की तैयारी कराने वाले छात्रों के बीच खासे लोकप्रिय हैं, अपनी प्रेरणादायक स्पीच और इतिहास पढ़ाने की शैली के लिए जाने जाते हैं।
  • उनका यूट्यूब चैनल और ऑनलाइन कोचिंग से हजारों छात्र लाभान्वित हो चुके हैं।
  • वे शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहते हैं कि यह समाज में सबसे बड़ा बदलाव लाने का माध्यम है।

राजनीति में आने का मकसद

  • ओझा सर ने कहा कि उनका उद्देश्य शिक्षा प्रणाली को और मजबूत करना है।
  • उन्होंने AAP की दिल्ली मॉडल ऑफ एजुकेशन की तारीफ करते हुए इसे देशभर में लागू करने की इच्छा जताई।
  • दिल्ली के सरकारी स्कूलों का 97% रिजल्ट उनके लिए प्रेरणा बना।

अवध ओझा: एक परिचय

  • पूरा नाम: अवध प्रताप ओझा
  • मूल निवासी: गोंडा, उत्तर प्रदेश
  • शैक्षणिक पृष्ठभूमि: फातिमा इंटर कॉलेज, गोंडा
  • पेशा: शिक्षक, मोटिवेशनल स्पीकर
  • सपना: IAS बनने का था, लेकिन अब वे युवाओं को इसके लिए प्रेरित करते हैं।

अवध ओझा सर का AAP में शामिल होना न केवल पार्टी के लिए, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम है। उनके अनुभव और शिक्षा के प्रति उनकी सोच पार्टी के एजेंडे को और मजबूत करेगी। दिल्ली विधानसभा चुनावों में उनकी संभावित भूमिका पर अब सबकी नजर है।

--Advertisement--

ताज़ा खबरें

Editors Note

लेखक या संपादक की लिखित अनुमति के बिना पूर्ण या आंशिक रचनाओं का पुर्नप्रकाशन वर्जित है। लेखक के विचारों के साथ संपादक का सहमत या असहमत होना आवश्यक नहीं। सर्वाधिकार सुरक्षित। देशज टाइम्स में प्रकाशित रचनाओं में विचार लेखक के अपने हैं। देशज टाइम्स टीम का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है। कोई शिकायत, सुझाव या प्रतिक्रिया हो तो कृपया [email protected] पर लिखें।

- Advertisement -
- Advertisement -
error: कॉपी नहीं, शेयर करें