भारतीय कुश्ती महासंघ (Wrestling Federation of India) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (President Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज किया है।
इससे पहले, रविवार को संसद भवन के उद्घाटन के दौरान, पहलवानों ने महिला महापंचायत का ऐलान किया था। रविवार को जब पहलवान, मार्च निकाल रहे थे, तो इस दौरान पुलिस ने सख्त कार्रवाई की थी।
साथ ही प्रदर्शन स्थल से पहलवानों के तंबू आदि भी हटा दिए थे। पहलवानों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया और उन्हें शहर के तीन अलग-अलग थानों में ले जाया गया, ताकि तीनों के बीच संपर्क न बन पाए।
दिल्ली पुलिस ने कहा, पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट (Wrestlers Bajrang Punia, Sakshi Malik and Vinesh Phogat) और अन्य आयोजकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इन सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा- 147, 149, 186, 188, 332, 353, PDPP अधिनियम की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
जिन पहलवानों (wrestlers) के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, उनमें विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया (Wrestlers Bajrang Punia, Sakshi Malik and Vinesh Phogat) जैसे नामी पहलवान शामिल हैं। दिल्ली पुलिस ने यह कार्रवाई रविवार (28 मई) को संसद भवन की ओर मार्च कर रहे प्रदर्शनकारी पहलवानों को पुलिस हिरासत (police custody) में लिए जाने के कुछ घंटे बाद की है।
जानकारी के अनुसार,दिल्ली के जंतर-मंतर में कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष और भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना दे रहे भारतीय पहलवानों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज किया है। दिल्ली पुलिस ने टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता बजरंग पुनिया, ओलंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक और विनेश फोगाट के खिलाफ दंगा भड़काने समेत कई धाराओं के तहत एफ़आईआर दर्ज़ की है।
पुलिस ने विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक समेत कई लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। ये सारा घटनाक्रम उस दौरान हुआ, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई संसद के उद्घाटन कार्यक्रम में थे।
दिल्ली पुलिस ने कहा, पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट (Wrestlers Bajrang Punia, Sakshi Malik and Vinesh Phogat) और अन्य आयोजकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। कुछ रेसलर्स देर रात जंतर मंतर पर आए थे लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई और वापस भेज दिया गया।
नया इतिहास लिखा जा रहा:विनेश
एफआईआर पर प्रतिक्रिया देते हुए विनेश फोगाट ने कहा कि नया इतिहास लिखा जा रहा है। फोगाट ने अपने ट्विटर पेज पर लिखा, दिल्ली पुलिस को यौन शोषण करने वाले बृज भूषण के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज करने में 7 दिन लगते हैं।
और शांतिपूर्ण आंदोलन करने पर हमारे ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज करने में 7 घंटे भी नहीं लगाए। क्या इस देश में तानाशाही शुरू हो गई है? सारी दुनिया देख रही है सरकार अपने खिलाड़ियों के साथ कैसा बर्ताव कर रही है। एक नया इतिहास लिखा जा रहा है।
दिल्ली पुलिस ने कहा, पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट और अन्य आयोजकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। कुछ रेसलर्स देर रात जंतर मंतर पर आए थे लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई और वापस भेज दिया गया। इन सभी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा- 149 (गैरकानूनी विधानसभा), 352 (गंभीर और अचानक उकसावे के अलावा किसी भी व्यक्ति पर हमला करना), 353 (लोक सेवक को डराने के लिए हमला) 147 (उपद्रव करने का दोषी), 188 (महामारी एक्ट) और 186 (लोक सेवक की ड्यूटी में बाधा डालना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।