संजय मल्होत्रा बने आरबीआई के नए गवर्नर
नई दिल्ली, 9 दिसंबर: केंद्र सरकार ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संजय मल्होत्रा को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का अगला गवर्नर नियुक्त किया है। उनका कार्यकाल 11 दिसंबर, 2024 से शुरू होगा और वे तीन वर्षों तक इस पद पर रहेंगे।
संजय मल्होत्रा का प्रोफाइल
- पद: राजस्व सचिव, भारत सरकार
- कैडर: राजस्थान, 1990 बैच
- शिक्षा:
- बी.टेक (कंप्यूटर साइंस) – आईआईटी कानपुर
- मास्टर ऑफ पब्लिक पॉलिसी – प्रिंसटन यूनिवर्सिटी, अमेरिका
- अनुभव:
- 33 वर्षों से अधिक का प्रशासनिक अनुभव।
- बिजली, वित्त, कराधान, सूचना प्रौद्योगिकी और खनन जैसे क्षेत्रों में कार्य।
- वित्त मंत्रालय में सचिव (राजस्व) और वित्तीय सेवा विभाग के सचिव के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका।
मल्होत्रा की नियुक्ति का महत्व
यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब भारतीय अर्थव्यवस्था कई चुनौतियों का सामना कर रही है:
- मुद्रास्फीति पर नियंत्रण: बढ़ती महंगाई को स्थिर करना।
- वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता: अमेरिकी डॉलर की मजबूती और तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव।
- डिजिटल अर्थव्यवस्था: डिजिटल भुगतान और फिनटेक सेक्टर को सुदृढ़ बनाना।
- मौद्रिक नीति: ब्याज दरों को लेकर संतुलन बनाना।
शक्तिकांत दास का कार्यकाल समाप्त
मल्होत्रा, शक्तिकांत दास की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल 10 दिसंबर, 2024 को समाप्त हो रहा है।
- शक्तिकांत दास को पहली बार 2018 में आरबीआई गवर्नर नियुक्त किया गया था।
- उन्होंने दिसंबर 2021 में दूसरा कार्यकाल प्राप्त किया।
- उनके कार्यकाल में आरबीआई ने कोविड-19 महामारी के दौरान मौद्रिक स्थिरता बनाए रखने और आर्थिक सुधारों को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
भविष्य की उम्मीदें
मल्होत्रा की नियुक्ति से यह उम्मीद की जा रही है कि वे अपने प्रशासनिक अनुभव और वित्तीय समझ का उपयोग करते हुए:
- भारत की आर्थिक विकास दर को गति देंगे।
- विदेशी निवेश को आकर्षित करेंगे।
- बैंकिंग सेक्टर को मजबूत बनाएंगे।
- आरबीआई की स्वायत्तता को बरकरार रखते हुए केंद्रीय बैंक की विश्वसनीयता को और बढ़ाएंगे।
संजय मल्होत्रा की विशेषज्ञता और अनुभव को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि वे भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के रूप में नई ऊंचाइयों को छूएंगे।
--Advertisement--