कोलकाता/नई दिल्ली, देशज टाइम्स रिपोर्ट –पाकिस्तान की हिरासत में फंसा भारतीय BSF जवान। देशभर में आक्रोश, परिवार की गुहार – “मेरा बेटा सही-सलामत लौट आए” तनाव के माहौल में पाकिस्तान की बड़ी हरकत, सीमा पार गलती से पहुंचे जवान को पकड़ा।
पाकिस्तान की हिरासत में फंसा भारतीय BSF जवान, देशभर में आक्रोश, परिवार की गुहार – “मेरा बेटा सही-सलामत लौट आए”
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच एक गंभीर और संवेदनशील मामला सामने आया है। पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रिषड़ा के रहने वाले BSF जवान पूर्णम कुमार साउ पाकिस्तान की हिरासत में फंसे हैं। जानकारी के अनुसार, वह पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में तैनात थे और ड्यूटी के दौरान गलती से सीमा पार कर गए, जिसके बाद उन्हें पाकिस्तानी रेंजर्स ने पकड़ लिया।
‘अभिनंदन जैसा सलूक’ की धमकी के बाद गंभीर माहौल
एक दिन पहले ही पाकिस्तान के मंत्रियों ने भारत को धमकी दी थी:
“अगर पाक एरिया में कोई विमान मिलेगा, तो अभिनंदन जैसा सलूक होगा।”
इसी के अगले दिन ये गंभीर घटना सामने आई, जिससे राजनयिक संकट गहरा गया है।
घटना की पूरी जानकारी: कैसे पकड़े गए जवान
पूर्णम कुमार साउ, बीएसएफ में 17 वर्षों से सेवा दे रहे हैं।
गेट नंबर 208/1 के पास वे नो मैन्स लैंड में तैनात थे, जहां भारतीय किसान फसल काट रहे थे।
तेज गर्मी के कारण, वे पेड़ की छांव में बैठने के लिए कुछ कदम आगे बढ़े।
सीमा पार होने का संदेह होते ही पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
परिवार में मातम, सरकार से रिहाई की अपील
जवान की मां देवंती देवी बार-बार कह रही हैं:
“मेरा बेटा सही-सलामत घर लौट आए।”
पत्नी रजनी साउ ने बताया:
“मंगलवार की रात अंतिम बार बात हुई थी। साथी से पता चला कि वे पकड़े गए हैं।”
बीएसएफ और केंद्र सरकार की कोशिशें तेज
बीएसएफ की पूर्वी कमान के वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की:
“पाकिस्तान से फ्लैग मीटिंग शुरू कर दी गई है।”
केंद्र सरकार ने कूटनीतिक प्रयास तेज कर दिए हैं।
परिवार व स्थानीय लोग जवान की सुरक्षित वापसी की मांग कर रहे हैं।
मंगलवार रात ही उनकी अंतिम बार बातचीत हुई
पूर्णम कुमार साउ 17 वर्षों से BSF में सेवाएं दे रहे हैं। उनके घर में मातम पसरा है। उनकी मां देवंती देवी बार-बार कह रही हैं— “मेरा बेटा सही-सलामत घर लौट आए।” जवान की पत्नी रजनी साउ ने बताया कि मंगलवार रात ही उनकी अंतिम बार बातचीत हुई थी। गुरुवार को यह दुखद सूचना परिजनों तक पहुंची।
उसी समय पाकिस्तानी जवानों ने उन्हें
जवान गेट नंबर 208/1 के पास ड्यूटी कर रहे थे।
भारतीय किसानों की निगरानी करते हुए वे नो मैन्स लैंड में खेतों की ओर थे।
भीषण गर्मी के कारण वे कुछ देर एक पेड़ की छांव में बैठने चले गए।
अनजाने में उन्होंने सीमा पार कर दी और उसी समय पाकिस्तानी जवानों ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
BSF और भारत सरकार के प्रयास तेज
बीएसएफ के कोलकाता स्थित पूर्वी कमान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की है कि:
फ्लैग मीटिंग के जरिए पाकिस्तान से संपर्क किया गया है।
केंद्र सरकार के राजनयिक प्रयास शुरू हो चुके हैं।
जवान की सुरक्षित वापसी के लिए हरसंभव कोशिश जारी है।
देशभर में गुस्सा, सरकार से अपील
स्थानीय लोग और पड़ोसी इस घटना से क्रोधित हैं।
परिवार और क्षेत्रवासी केंद्र सरकार से मांग कर रहे हैं कि जवान को जल्द सुरक्षित वापस लाया जाए।
यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था, जिसमें कई निर्दोष लोग मारे गए।
मानवता की अपील: राजनीति नहीं, कूटनीति चाहिए
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि सीमा पर तैनात जवान कितने जोखिम भरे हालात में ड्यूटी करते हैं। केंद्र सरकार की ओर से जारी प्रयासों पर देश की नजरें टिकी हैं। जवान पूर्णम कुमार साउ की सकुशल वापसी ही अब राष्ट्र की प्राथमिकता होनी चाहिए।