सीबीआई ने आईसीआईसीआई बैंक लोन केस में वीडियोकॉन के संस्थापक वेणुगोपाल धूत को गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसी से जुड़े लोगों ने इसकी जानकारी दी है। जांच एजेंसी इस मामले में आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व एमडी चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। वे फिलहाल तीन दिनों की सीबीआई रिमांड पर हैं।
सूत्रों ने सोमवार को बताया कि सीबीआई ने वीडियोकॉन के संस्थापक वेणुगोपाल धूत को गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसी ने इस मामले में आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और मैनेजिंग डायरेक्टर (एमडी) चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। कोचर दंपति फिलहाल तीन दिनों की सीबीआई रिमांड पर हैं। पढ़िए पूरी खबर
जानकारी के अनुसार,केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आईसीआईसीआई बैंक लोन केस में वीडियोकॉन के संस्थापक वेणुगोपाल धूत को गिरफ्तार किया है। सीबीआई से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
सीबीआई से जुड़े सूत्रों के अनुसार 71 वर्षीय धूत को सोमवार को मुंबई से गिरफ्तार किया गया। उनकी गिरफ्तारी आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ व एमडी चंदा कोचर और उनके पति की गिरफ्तारी के तीन दिनों के बाद की गई है।
सीबीआई ने वर्ष 2019 में दर्ज प्रीवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत बैंक लोन से जुड़े मामले में आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ व एमडी चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर और वीडियोकॉन के संस्थापक वेणुगोपाल धूत को अरोपी बनाया है। उनके अलावे इस मामले में दीपक कोचर के संचालन में चलने वाली न्यूपावर रिन्युएबल (एनआरएल), सुप्रीम एनर्जी, वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड को आरोपी गया है।
सीबीआई का आरोप है कि आईसीआईसीआई बैंक ने बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट, आरबीआई के दिशा-निर्देशों और बैंक की क्रेडिट पॉलिसी का उल्लंघन करते हुए वेणुगोपाल धूत की वीडियोकॉन ग्रुप की कंपनियों को 3,250 करोड़ रुपये की ऋण सुविधाएं दी।
सीबीआई ने बैंक लोन से जुड़े मामले में आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ एवं एमडी चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर और वीडियोकॉन के संस्थापक वेणुगोपाल धूत को आरोपी बनाया है।