Aaj Ka Panchang: सनातन परंपरा में प्रत्येक महत्वपूर्ण कार्य के आरंभ से पूर्व शुभ समय का निर्धारण अत्यंत आवश्यक माना गया है। यह प्राचीन विद्या हमें ग्रहों और नक्षत्रों की चाल के आधार पर किसी भी दिन की दिव्यता और वर्जितता का बोध कराती है। 12 दिसंबर 2025, शुक्रवार का दिन ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार क्या विशेष लेकर आया है, आइए विस्तार से जानते हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
आज का पंचांग: 12 दिसंबर 2025, शुक्रवार
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पंचांग के प्रमुख अंग: तिथि, नक्षत्र, योग और करण
पंचांग किसी भी कार्य के लिए शुभ-अशुभ समय का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करता है। यह हिंदू काल-गणना का अभिन्न अंग है, जिसमें तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण का गहन अध्ययन शामिल है। आज के दिन का सटीक पंचांग हमें यह समझने में सहायता करेगा कि कौन से कार्य शुभ फल देंगे और किनसे बचना चाहिए।
आज की तिथि और वार:
- वार: शुक्रवार
- तिथि: पौष कृष्ण पक्ष अष्टमी सुबह 11 बजकर 30 मिनट तक, उसके उपरांत नवमी तिथि का आरंभ।
आज के नक्षत्र और योग:
- नक्षत्र: पूर्वा फाल्गुनी शाम 05 बजकर 45 मिनट तक, उसके उपरांत उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र।
- योग: वरियान योग सुबह 07 बजकर 10 मिनट तक, उसके उपरांत परिघ योग।
आज के करण:
- करण: कौलव करण सुबह 11 बजकर 30 मिनट तक, उसके उपरांत तैतिल करण रात 10 बजकर 20 मिनट तक, उसके उपरांत गरजा करण।
शुभ और अशुभ मुहूर्त:
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुछ विशेष समय अत्यंत शुभकारी होते हैं, जबकि कुछ में किसी भी नए कार्य को प्रारंभ करना वर्जित माना जाता है। आज के दिन के महत्वपूर्ण मुहूर्त इस प्रकार हैं:
| विवरण | समय |
|---|---|
| सूर्योदय | सुबह 06:58 बजे |
| सूर्यास्त | शाम 05:25 बजे |
| अभिजित मुहूर्त | सुबह 11:54 बजे से दोपहर 12:36 बजे तक |
आज के अशुभ मुहूर्त और दिशा शूल:
किसी भी यात्रा या महत्वपूर्ण कार्य की शुरुआत से पहले अशुभ समय और दिशा शूल का ज्ञान होना अत्यंत आवश्यक है। आज का राहुकाल और दिशा शूल इस प्रकार है:
- राहुकाल: सुबह 10 बजकर 50 मिनट से दोपहर 12 बजकर 09 मिनट तक। इस अवधि में कोई भी नया या शुभ कार्य आरंभ न करें।
- यमगंड: दोपहर 02 बजकर 46 मिनट से शाम 04 बजकर 05 मिनट तक।
- गुलिक काल: सुबह 08 बजकर 17 मिनट से सुबह 09 बजकर 36 मिनट तक।
- दिशा शूल: पश्चिम दिशा। पश्चिम दिशा की ओर यात्रा करने से बचें। यदि अति आवश्यक हो, तो यात्रा से पूर्व थोड़ा घी खाकर निकलें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
निष्कर्ष और उपाय:
12 दिसंबर 2025, शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष है। पंचांग के इन महत्वपूर्ण पहलुओं का ध्यान रखते हुए आप अपने दिन को सफल और मंगलमय बना सकते हैं। राहुकाल और दिशा शूल जैसी वर्जित अवधियों में संयम बरतें। शुक्रवार को लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करना विशेष फलदायी होता है। आज आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।



