Nail Cutting Shubh Day: ज्योतिष और धर्म शास्त्रों में जीवन के हर कार्य के लिए विशेष नियम बताए गए हैं, जिनमें नाखून काटना भी शामिल है। हमारे ऋषियों ने प्रत्येक कार्य के लिए शुभ-अशुभ समय का निर्धारण किया है, जिसका पालन करने से जीवन में सकारात्मकता आती है और समस्याओं से मुक्ति मिलती है। नाखून काटना केवल एक शारीरिक क्रिया नहीं, बल्कि इसका संबंध हमारी ऊर्जा और ग्रहों की स्थिति से भी होता है। सही दिन पर नाखून काटने से जहां व्यक्ति को धन, स्वास्थ्य और सौभाग्य की प्राप्ति होती है, वहीं गलत दिन पर किए गए इस कार्य से दुर्भाग्य और दरिद्रता का वास हो सकता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
Nail Cutting Shubh Day: जानें किस दिन नाखून काटना होता है अत्यंत शुभ
Nail Cutting Shubh Day और इसके ज्योतिषीय प्रभाव
सनातन परंपरा में प्रत्येक दिन किसी न किसी ग्रह और देवता को समर्पित होता है। यही कारण है कि सप्ताह के प्रत्येक दिन नाखून काटने के विभिन्न परिणाम बताए गए हैं। आइए जानते हैं कि किस दिन नाखून काटना आपके लिए कैसा रहेगा।
सोमवार को नाखून काटना
सोमवार का दिन चंद्रमा को समर्पित है। इस दिन नाखून काटने से मन शांत रहता है और मानसिक स्थिरता आती है। यह संतान के लिए भी शुभ माना जाता है, जिससे उनके जीवन में प्रगति होती है।
मंगलवार को नाखून काटना
मंगलवार का दिन हनुमान जी और मंगल ग्रह से संबंधित है। आमतौर पर इस दिन को शुभ नहीं माना जाता है। मान्यता है कि मंगलवार को नाखून काटने से कर्ज बढ़ता है और शारीरिक कष्ट हो सकते हैं।
बुधवार को नाखून काटना
बुधवार का दिन भगवान गणेश और बुध ग्रह को समर्पित है। इस दिन नाखून काटना अत्यंत शुभ माना गया है। यह धन लाभ, व्यापार में वृद्धि और बुद्धि के विकास में सहायक होता है। विद्यार्थियों के लिए यह दिन विशेष फलदायी होता है।
गुरुवार को नाखून काटना
गुरुवार भगवान विष्णु और देवगुरु बृहस्पति का दिन है। इस दिन नाखून काटना वर्जित माना जाता है। ऐसा करने से आर्थिक संकट आ सकते हैं, शिक्षा में बाधा आ सकती है और मान-सम्मान में कमी हो सकती है।
शुक्रवार को नाखून काटना
शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी और शुक्र ग्रह को समर्पित है। यह दिन नाखून काटने के लिए बेहद शुभ माना गया है। इससे सौंदर्य में वृद्धि होती है, भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है और प्रेम संबंधों में मधुरता आती है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह धन और ऐश्वर्य का कारक माना जाता है।
शनिवार को नाखून काटना
शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित है। इस दिन नाखून काटना अत्यंत अशुभ माना जाता है। मान्यता है कि इससे शनिदेव रुष्ट होते हैं, जिसके परिणामस्वरूप रोग, शोक, दरिद्रता और दुर्भाग्य का आगमन होता है। शनिवार को नाखून काटने से बचना चाहिए।
रविवार को नाखून काटना
रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित है। इस दिन नाखून काटना सामान्यतः शुभ नहीं माना जाता है। इससे व्यक्ति के आत्मविश्वास में कमी आ सकती है और सरकारी कार्यों में बाधा उत्पन्न हो सकती है। कुछ मान्यताओं के अनुसार, इस दिन नाखून काटने से आयु कम होती है।
निष्कर्ष और उपाय
ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, बुधवार और शुक्रवार नाखून काटने के लिए सबसे उत्तम दिन माने गए हैं, जबकि मंगलवार और शनिवार को इससे बचना चाहिए। शेष दिनों का प्रभाव सामान्य या मिश्रित होता है। यदि किसी कारणवश आपको अशुभ दिनों में नाखून काटने पड़ते हैं, तो इसके बाद गंगाजल से हाथ धोकर इष्टदेव का स्मरण करें और किसी मंत्र का जाप करें। यह आपको नकारात्मक प्रभावों से बचा सकता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
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