New Year 2026 Mantra: नववर्ष का आगमन एक नए अध्याय का सूचक है, जब हम बीते हुए को विदा कर एक उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं। सनातन धर्म में किसी भी शुभ कार्य का आरंभ ईश्वर स्मरण और पवित्र मंत्रों के जाप से करने की परंपरा है। यह परंपरा नववर्ष के प्रथम दिवस पर भी उतनी ही प्रासंगिक है, जब हम संकल्पों और सकारात्मक ऊर्जा के साथ नए साल का स्वागत करते हैं। शास्त्रों में वर्णित है कि वर्ष के पहले दिन की गई मंत्र साधना पूरे साल व्यक्ति को आध्यात्मिक रूप से सशक्त और मानसिक रूप से शांत रखती है, जिससे जीवन में सफलता और समृद्धि के मार्ग प्रशस्त होते हैं।
नूतन वर्ष 2026: एक आध्यात्मिक प्रारंभ के लिए विशेष New Year 2026 Mantra
सकारात्मक ऊर्जा हेतु New Year 2026 Mantra का महत्व
वर्ष 2026 का पहला दिन आध्यात्मिक उन्नति और आत्मिक शांति के लिए एक अद्वितीय अवसर प्रदान करता है। इस दिन की गई मंत्र साधना न केवल आपके मन को शांत करती है, बल्कि पूरे वर्ष के लिए सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करती है। यह हमें चुनौतियों का सामना करने की शक्ति और लक्ष्यों को प्राप्त करने का आत्मविश्वास प्रदान करती है। भारतीय ज्योतिष और आध्यात्मिकता में, मंत्रों को ब्रह्मांडीय ऊर्जा को आकर्षित करने और व्यक्तिगत जीवन में संतुलन स्थापित करने का एक शक्तिशाली साधन माना गया है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। नए साल की शुरुआत में मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति के भीतर नई चेतना जागृत होती है और वह जीवन के प्रति अधिक आशावादी दृष्टिकोण अपनाता है।
नववर्ष पर प्रभावी मंत्र और उनके जाप की विधि
- नववर्ष के पहले दिन प्रातःकाल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पूजा स्थल पर आसन बिछाकर पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें।
- अपने इष्ट देव का ध्यान करें और उनसे नए वर्ष की सफलता एवं शांति के लिए प्रार्थना करें।
- कम से कम 108 बार अपने चुने हुए मंत्र का जाप रुद्राक्ष या तुलसी की माला से करें।
- मंत्र जाप के दौरान मन को शांत और एकाग्र रखें, किसी भी नकारात्मक विचार को मन में न आने दें।
इन मंत्रों का जाप आपको देगा सुख-समृद्धि
ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्॥
(अर्थ: हम उस सविता देव के उस श्रेष्ठ प्रकाश का ध्यान करते हैं, जो हमारी बुद्धि को प्रेरित करे।)
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
(अर्थ: हम तीन नेत्रों वाले भगवान शिव की पूजा करते हैं, जो सुगंधित और पुष्टिवर्धक हैं। जिस प्रकार ककड़ी अपनी बेल से मुक्त हो जाती है, उसी प्रकार हम भी मृत्यु के बंधन से मुक्त होकर अमरता प्राप्त करें।)
ॐ गं गणपतये नमः॥
(अर्थ: हम भगवान गणेश को प्रणाम करते हैं।)
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नमः॥
(अर्थ: देवी लक्ष्मी को समर्पित एक बीज मंत्र, जो धन और समृद्धि को आकर्षित करता है।)
नए साल 2026 का स्वागत इन पवित्र मंत्रों के साथ करके आप न केवल अपने जीवन में सकारात्मकता ला सकते हैं, बल्कि आध्यात्मिक उन्नति के द्वार भी खोल सकते हैं। यह मंत्र आपको आंतरिक शक्ति प्रदान करेंगे और वर्ष भर आने वाली बाधाओं से लड़ने की क्षमता देंगे। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। नियमित मंत्र जाप से मन शांत रहता है, तनाव कम होता है और व्यक्ति सही निर्णय लेने में सक्षम होता है।
उपाय
नववर्ष के प्रथम दिन किसी ज़रूरतमंद व्यक्ति को अन्न या वस्त्र का दान अवश्य करें। ऐसा करने से देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है और पुण्यफल की प्राप्ति होती है।
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