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दिसम्बर, 23, 2025

इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा: JEE Main और JEE एडवांस्ड में क्या है मुख्य अंतर?

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JEE Main: भारत में इंजीनियर बनने का सपना देखने वाले लाखों छात्रों के लिए जेईई परीक्षा सबसे बड़ा पड़ाव मानी जाती है। हर साल 12वीं के साथ-साथ कई छात्र दिन-रात मेहनत कर इस परीक्षा की तैयारी करते हैं। लेकिन तैयारी के दौरान एक सवाल लगभग हर छात्र और अभिभावक के मन में आता है कि आखिर जेईई मेन और जेईई एडवांस्ड में क्या अंतर है। दोनों के नाम मिलते-जुलते हैं, सिलेबस भी लगभग एक जैसा है, फिर भी इनके नियम, स्तर और मकसद अलग-अलग हैं।

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इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा: JEE Main और JEE एडवांस्ड में क्या है मुख्य अंतर?

क्या है JEE Main और क्यों है यह महत्वपूर्ण?

जेईई यानी जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन, देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा है। इसके जरिए देश के बड़े और नामी इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिला मिलता है। यह परीक्षा दो चरणों में होती है- पहला जेईई मेन और दूसरा जेईई एडवांस्ड। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। दोनों परीक्षाएं एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं, लेकिन एक जैसी नहीं हैं।

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जेईई मेन का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए करती है। यह परीक्षा इंजीनियरिंग की दुनिया में पहला कदम मानी जाती है। जेईई मेन के जरिए छात्रों को देश के 31 एनआईटी, 26 आईआईआईटी, कई सरकारी तकनीकी संस्थानों और कई निजी कॉलेजों में दाखिला मिलता है। इसके साथ ही जेईई मेन, जेईई एडवांस्ड के लिए एक तरह से छंटनी परीक्षा भी है। यानी जब तक आप जेईई मेन पास नहीं करेंगे, तब तक जेईई एडवांस्ड देने का मौका नहीं मिलेगा।

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जेईई एडवांस्ड: IIT में प्रवेश का मार्ग

जेईई एडवांस्ड का आयोजन हर साल देश के अलग-अलग आईआईटी मिलकर करते हैं। यह परीक्षा ज्यादा कठिन मानी जाती है। इसके जरिए देश के 23 आईआईटी में दाखिला मिलता है। आईआईटी में पढ़ाई का सपना देखने वाले छात्रों के लिए जेईई एडवांस्ड सबसे अहम परीक्षा होती है। जेईई मेन में अच्छे अंक लाने वाले सीमित छात्रों को ही जेईई एडवांस्ड में बैठने का मौका मिलता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।

प्रयासों की सीमा और योग्यता

  • जेईई मेन: छात्र कुल तीन बार दे सकते हैं – 12वीं में रहते हुए और उसके बाद लगातार दो साल तक।
  • जेईई एडवांस्ड: यह परीक्षा केवल दो बार दी जा सकती है – 12वीं के साल और उसके अगले साल। इसके बाद मौका नहीं मिलता।
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परीक्षा का प्रारूप और रणनीति

दोनों परीक्षाओं का परीक्षा पैटर्न अलग-अलग होता है, जिसे समझना छात्रों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

  • जेईई मेन: यह तीन घंटे की कंप्यूटर आधारित परीक्षा होती है। इसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स से सवाल पूछे जाते हैं और तीनों का वेटेज बराबर होता है। इसमें बहुविकल्पीय सवाल और न्यूमेरिकल सवाल आते हैं। कुछ सवालों में गलत जवाब पर अंक कटते हैं।
  • जेईई एडवांस्ड: इसमें दो पेपर होते हैं – पेपर 1 और पेपर 2। दोनों तीन-तीन घंटे के होते हैं। इसमें सवालों का तरीका अलग होता है। कभी मल्टीपल चॉइस, कभी न्यूमेरिकल और कभी मैचिंग टाइप सवाल पूछे जाते हैं। इसका परीक्षा पैटर्न हर साल थोड़ा बदल सकता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। लेटेस्ट एजुकेशन और जॉब अपडेट्स के लिए यहां क्लिक करें: लेटेस्ट एजुकेशन और जॉब अपडेट्स के लिए यहां क्लिक करें
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