Police Ranks: पुलिस सेवा में शामिल होना कई युवाओं का सपना होता है। देश की सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने में पुलिसकर्मियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। पुलिसकर्मियों की वर्दी पर लगे स्टार्स और बैज उनके पद और अधिकार को दर्शाते हैं। हर पदोन्नति के साथ उनकी वर्दी में बदलाव आता है, जो उनके बढ़ते दायित्वों का प्रतीक है।
# भारतीय Police Ranks: जानें पुलिस विभाग में कौन सा पद सबसे बड़ा और कौन सा छोटा?
## भारतीय Police Ranks और उनकी पहचान
भारत में पुलिस सेवा देश की सबसे महत्वपूर्ण और सम्मानित सेवाओं में से एक है। लाखों पुरुष और महिला पुलिसकर्मी दिन-रात देश की सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध रहते हैं। प्रत्येक पुलिसकर्मी कठोर लिखित परीक्षा और शारीरिक परीक्षण पास करने के बाद ही इस महत्वपूर्ण सेवा में शामिल होता है। पुलिसकर्मियों की Police Uniform पर लगे स्टार्स और बैज उनके पद के हिसाब से तय होते हैं। आइए हम भारतीय पुलिस विभाग के विभिन्न पदों और उनकी पहचान को विस्तार से समझते हैं। यह जानना दिलचस्प है कि कैसे इन रैंकों के अनुसार Police Uniform पर बैज और स्टार्स बदलते हैं, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
**इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (IG)**
पुलिस महानिरीक्षक (IG) का पद पुलिस महकमे का एक बेहद महत्वपूर्ण पद होता है। इनकी वर्दी पर एक तलवार और एक स्टार होता है। इनके बैज पर ‘IPS’ अंकित होता है, जो भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी होने का प्रतीक है।
**डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DIG)**
पुलिस उपमहानिरीक्षक (DIG) की वर्दी पर अशोक स्तंभ के साथ तीन स्टार लगे होते हैं। इनके बैज पर भी ‘IPS’ लिखा होता है, जो इन्हें एक उच्च-रैंक वाले अधिकारी के रूप में पहचान दिलाता है।
**सीनियर सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (SSP)**
सीनियर सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (SSP) अक्सर बड़े और महत्वपूर्ण शहरों में तैनात होते हैं। इनकी वर्दी पर अशोक स्तंभ और दो स्टार होते हैं, जो इनकी वरिष्ठता को दर्शाते हैं।
**सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (SP)**
सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (SP), जिसे कुछ जगहों पर डीसीपी के पद पर भी देखा जाता है, इनकी वर्दी पर अशोक स्तंभ और एक स्टार होता है। यह पद जिले की पुलिस व्यवस्था में अहम भूमिका निभाता है।
**असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (ASP)**
असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (ASP) को एडिशनल डिप्टी सुपरिंटेंडेंट भी कहा जाता है। यह IPS परीक्षा पास करने के बाद पहली रैंक होती है, जिस पर अधिकारी की नियुक्ति होती है। इनकी वर्दी पर केवल अशोक स्तंभ होता है। इस पद को भारतीय सेना के कैप्टन के बराबर माना जाता है।
## निचली रैंक के पद और उनके बैज
भारतीय पुलिस बल में जमीनी स्तर पर कानून व्यवस्था बनाए रखने में निचली रैंक के अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका भी अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। उनकी वर्दी पर लगे बैज उनकी पहचान और उनके अधिकार क्षेत्र को दर्शाते हैं।
**डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (DSP)**
डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (DSP) राज्य की पुलिस का प्रतिनिधि होता है। इस पद की वर्दी पर लाल और खाकी रंग का बैज होता है, जिस पर तीन स्टार लगे होते हैं।
**इंस्पेक्टर**
इंस्पेक्टर किसी भी थाने का प्रभारी होता है और कानून व्यवस्था के निष्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उसकी वर्दी पर लाल और नीली पट्टी होती है, जिस पर तीन स्टार लगे होते हैं।
**सब-इंस्पेक्टर (SI)**
सब-इंस्पेक्टर (SI) थाने का एक महत्वपूर्ण अधिकारी होता है। इनकी वर्दी पर लाल और नीली पट्टी के साथ दो स्टार लगे होते हैं। यह पद सेना के सूबेदार के बराबर होता है, और आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
**असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI)**
असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI) हेड कांस्टेबल से एक रैंक ऊपर होता है। इनकी वर्दी पर एक लाल और नीली पट्टी के साथ एक स्टार लगा होता है।
**हेड कांस्टेबल**
हेड कांस्टेबल की वर्दी पर काले रंग की पट्टी होती है, जिस पर पीले रंग की दो पट्टियां लगी होती हैं। कुछ राज्यों में इन बैज पर लाल रंग की पट्टियां भी होती हैं। सीनियर कांस्टेबल की वर्दी में बैज की जगह पर काले रंग की पट्टी और ऊपर पीली पट्टियां होती हैं। लेटेस्ट एजुकेशन और जॉब अपडेट्स के लिए यहां क्लिक करें
**कॉन्स्टेबल**
पुलिस विभाग में कॉन्स्टेबल सबसे शुरुआती और मूलभूत पद होता है। इनकी वर्दी पर कोई बैज या स्टार नहीं होता है, लेकिन यह पद पुलिसिंग के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है। एक कॉन्स्टेबल को भी अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी और निष्ठा से निभानी होती है, क्योंकि वे अक्सर आम जनता के साथ सीधे संपर्क में रहने वाले पहले अधिकारी होते हैं।



