Ramanand Sagar News: भारतीय टेलीविजन के इतिहास में ‘रामायण’ का नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है, जिसके महान रचयिता रामानंद सागर आज भी करोड़ों दिलों में अमर हैं। सिनेमा के इस युग पुरुष ने सिर्फ एक शो नहीं बनाया, बल्कि एक ऐसी विरासत गढ़ी जिसने देश की संस्कृति और जनमानस पर गहरा प्रभाव डाला। आज उनकी जयंती पर, उनसे जुड़े कुछ ऐसे किस्से सामने आए हैं जो आपको हैरान कर देंगे।
Ramanand Sagar News: ‘रामायण’ के अमर रचियता रामानंद सागर, जिन्हें आज भी याद कर भावुक हो उठते हैं ‘लक्ष्मण’ सुनील लहरी!
भारतीय टीवी इतिहास के सबसे प्रभावशाली शोज में से एक ‘रामायण’ ने अपने लेखक, निर्माता और निर्देशक रामानंद सागर को हमेशा के लिए अमर कर दिया है। वे भले ही आज इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन जब-जब ‘रामायण’ का जिक्र होता है, तब-तब उन्हें याद किया जाता है। आज 29 दिसंबर को, इस महान शख्सियत की जयंती है। इस खास मौके पर ‘रामायण’ में भगवान लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले अभिनेता सुनील लहरी ने उन्हें भावुक अंदाज में याद किया है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
Ramanand Sagar News: ‘लक्ष्मण’ सुनील लहरी ने ऐसे किया रामानंद सागर को याद
अभिनेता सुनील लहरी ने रामानंद सागर को याद करते हुए एक वीडियो पोस्ट किया है। इस वीडियो में सुनील लहरी ने निर्माता को स्वयं भगवान का अवतार बताया है। उनका मानना है कि निर्माता पर भगवान की विशेष कृपा थी, तभी ‘रामायण’ जैसी भव्य रचना तमाम मुश्किलों के बावजूद पूरी हो सकी। सुनील लहरी ने अपने कैप्शन में लिखा, “इस सदी के रामायण रचयिता स्वर्गीय श्री रामानंद सागर जी का स्मरण उनके जन्मदिवस पर।” यह पोस्ट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है, जहां फैंस भी रामानंद सागर को श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
‘रामायण’ के निर्माण से लेकर टीवी पर टेलीकास्ट होने तक कई ऐसी बातें हैं, जो किसी को भी चौंका सकती हैं। जब यह शो टीवी पर प्रसारित होता था, तब दर्शकों के बीच इसका गजब का क्रेज था। उस दौर में हर घर में टीवी नहीं होता था, लेकिन फिर भी लोग ठीक तय समय पर किसी एक के घर में इकट्ठा होकर प्रभु श्री राम की लीलाओं का दर्शन करने आते थे। मनोरंजन जगत की चटपटी खबरों के लिए यहां क्लिक करें https://deshajtimes.com/news/entertainment/ क्या आप जानते हैं कि ‘रामायण’ का प्रभाव इतना गहरा था कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री और बड़े नेता भी इससे अछूते नहीं रहे?
जब ‘रामायण’ के लिए राजीव गांधी ने रद्द कर दी थी अपनी रैली
यह सुनकर शायद आप चौंक जाएं, लेकिन ‘रामायण’ की वजह से ही पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को अपनी एक रैली रद्द करनी पड़ गई थी। दरअसल, वे जानते थे कि रविवार सुबह 9 बजे कोई भी उनकी रैली में शामिल नहीं होगा, क्योंकि उस वक्त पूरे देश में ‘रामायण’ का प्रसारण होता था। रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर ने इस घटना का जिक्र करते हुए बताया था कि एक बार राजीव गांधी की उत्तर प्रदेश में एक रैली होनी थी, लेकिन जब उन्हें पता चला कि रैली का समय सुबह 9 बजे है, तो उन्होंने तुरंत उसे रद्द कर दिया था। यह उस दौर में ‘रामायण’ की लोकप्रियता का एक अद्वितीय उदाहरण था।
इसके अलावा, उत्तर प्रदेश के रामपुर रेलवे स्टेशन पर भी हर रविवार को ‘रामायण’ की वजह से ट्रेनें लेट होती थीं। रेलवे अधिकारियों को जब संदेह हुआ कि हर रविवार को सुबह 9 बजे ही ट्रेन क्यों लेट होती है, तो जांच में सामने आया कि रेलवे के वेटिंग रूम में मौजूद स्टाफ और यात्री टीवी पर ‘रामायण’ देखने के लिए जमा हो जाते थे। खास बात यह थी कि उस टीवी को रेलवे स्टाफ ने आपस में मिलकर खरीदा था। यह दर्शाता है कि कैसे ‘रामायण’ ने पूरे देश को एक सूत्र में बांध दिया था। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। रामानंद सागर ने सिर्फ एक टीवी शो नहीं बनाया, बल्कि भारतीय संस्कृति और आस्था का एक अविस्मरणीय अध्याय लिखा। आज भी उनकी ‘रामायण’ उतनी ही प्रासंगिक और लोकप्रिय है जितनी पहले थी।







