Ravi Dubey News: टीवी की दुनिया के चमकते सितारे और ओटीटी पर भी अपना जादू बिखेरने वाले रवि दुबे अब बड़े पर्दे पर धमाका करने को तैयार हैं। रणबीर कपूर की ‘रामायण’ में लक्ष्मण का किरदार निभा रहे रवि दुबे ने हाल ही में अपनी धार्मिक मान्यताओं पर खुलकर बात की है, जिसने उनके फैंस को चौंका दिया है।
रवि दुबे: ‘रामायण’ के लक्ष्मण, जिनकी जिंदगी बदली बौद्ध धर्म से!
छोटे पर्दे से लेकर ओटीटी तक अपनी अदाकारी का लोहा मनवा चुके एक्टर रवि दुबे अब बड़े पर्दे पर भी अपनी छाप छोड़ने वाले हैं। नितेश तिवारी के निर्देशन में बन रही बहुचर्चित फिल्म ‘रामायण’ में वे भगवान राम के अनुज लक्ष्मण की महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आएंगे। फिल्म में रणबीर कपूर भगवान राम के किरदार में दिखेंगे, जिसकी चर्चा हर तरफ है। रवि दुबे ने अपने करियर की शुरुआत मॉडलिंग से की थी और फिर साल 2006 में ‘स्त्री तेरी कहानी’ से टीवी इंडस्ट्री में कदम रखा। इसके बाद उन्होंने ‘डोली सजा के’ और ‘यहां के हम सिकंदर’ जैसे कई शोज में काम किया। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
रवि दुबे का सफर: छोटे पर्दे से बड़े पर्दे तक
रवि दुबे को असली पहचान ‘सास बिना ससुराल’ और ‘जमाई राजा’ जैसे सुपरहिट शोज से मिली। इन शोज ने उन्हें घर-घर का पसंदीदा चेहरा बना दिया। अभिनय के अलावा, रवि ने कई टीवी शोज होस्ट भी किए हैं और वे ‘नच बलिए 5’ और ‘फियर फैक्टर: खतरों के खिलाड़ी 8’ जैसे रियलिटी शोज का भी हिस्सा रह चुके हैं। उनकी वर्सेटिलिटी और टैलेंट का हर कोई कायल है।
धार्मिक मान्यताओं का खुलासा, बदल गई जिंदगी की दिशा
हाल ही में रवि दुबे ने अपनी निजी जिंदगी के एक ऐसे पहलू का खुलासा किया है, जिसने सबको हैरान कर दिया है। सोशल मीडिया पर अक्सर उन्हें मंदिरों में पूजा करते, गंगा आरती में शामिल होते या गुरुद्वारे में मत्था टेकते देखा जाता है, जो उनकी गहरी धार्मिक आस्था को दर्शाता है। एक इंटरव्यू में रवि ने बताया कि इंजीनियरिंग कॉलेज के दिनों में जब वे एग्जाम में फेल हो गए थे, तब वे काफी निराश थे और उनके मन में आत्महत्या तक के विचार आने लगे थे।
यह उनकी जिंदगी का एक मुश्किल दौर था, लेकिन खुशकिस्मती से जल्द ही सब कुछ ठीक हो गया। उन्होंने बताया, “ध्यान लगाना और बौद्ध धर्म अब मेरी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इसने सच में जिंदगी को लेकर मेरा नजरिया बदल दिया है।” रवि ने यह भी बताया कि उन्होंने बौद्ध धर्म तब अपनाना शुरू किया, जब वे बहुत कठिन समय से गुजर रहे थे और उस दौरान उन्होंने मंत्र जपना शुरू किया। मनोरंजन जगत की चटपटी खबरों के लिए यहां क्लिक करें
आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। रवि दुबे निचिरेन बौद्ध धर्म को फॉलो करते हैं, जो महायान बौद्ध धर्म की एक शाखा है। यह 13वीं सदी के जापानी बौद्ध भिक्षु निचिरेन की शिक्षाओं पर आधारित है और कामाकुरा काल के स्कूलों में से एक है। इसकी शिक्षाएं निचिरेन द्वारा लिखे गए या उनसे जुड़े लगभग 300-400 मौजूदा पत्रों और ग्रंथों से ली गई हैं। रवि दुबे का जन्म एक हिंदी परिवार में हुआ था, लेकिन अब वे पूरी तरह से बौद्ध धर्म के अनुयायी बन चुके हैं और इस आध्यात्मिक यात्रा ने उनकी जिंदगी को एक नई दिशा दी है।




