Salman Khan News: बॉलीवुड के ‘दबंग’ खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं, लगता है राजस्थान से उनका नाता कुछ खास अच्छा नहीं रहा है। पहले हिरण शिकार मामले में फंसे और अब एक बड़े पान मसाला ब्रांड के भ्रामक विज्ञापन ने उन्हें कानूनी पचड़े में डाल दिया है।
# सलमान खान न्यूज: पान मसाला विज्ञापन विवाद में फंसे सलमान खान, उपभोक्ता अदालत ने दिए बड़े आदेश!
## सलमान खान के लिए नई चुनौती: क्या कहते हैं अदालत के आदेश?
Salman Khan News: बॉलीवुड के ‘दबंग’ खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं, लगता है राजस्थान से उनका नाता कुछ खास अच्छा नहीं रहा है। पहले हिरण शिकार मामले में फंसे और अब एक बड़े पान मसाला ब्रांड के भ्रामक विज्ञापन ने उन्हें कानूनी पचड़े में डाल दिया है। जयपुर की उपभोक्ता अदालत ने शुक्रवार को अभिनेता सलमान खान को पान मसाला के भ्रामक विज्ञापन से जुड़े मामले में अदालत में पेश होने और उनके ‘पावर ऑफ अटॉर्नी’ पर किए गए हस्ताक्षर की फोरेंसिक जांच का आदेश दिया है। अदालत ने स्पष्ट किया है कि इस मामले की अगली सुनवाई 20 जनवरी 2026 को होगी। न्यायालय के आदेशानुसार, हस्ताक्षरों की जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के पश्चात ही आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह मामला भ्रामक विज्ञापन और उपभोक्ता हितों से जुड़ा है, जिसे देखते हुए आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। न्यायालय ने इस पर गंभीरता से संज्ञान लिया है।
इस मामले में सलमान खान को उनके वकील आर.सी. चौबे के साथ अदालत में व्यक्तिगत रूप से पेश होने का निर्देश दिया गया है, जिन्होंने ‘पावर ऑफ अटॉर्नी’ और जवाब को ‘नोटरीकृत’ किया था। अधिवक्ता रिपुदमन सिंह ने बताया कि परिवादी और भाजपा नेता इंद्र मोहन सिंह हनी की ओर से इस प्रकरण में आपत्ति दर्ज करवाई गई थी। आपत्ति में कहा गया था कि अभिनेता सलमान खान द्वारा प्रस्तुत वकालतनामा और अन्य दस्तावेजों पर किए गए हस्ताक्षर उनके वास्तविक हस्ताक्षर नहीं हैं, बल्कि संदेहास्पद हैं। इस आपत्ति पर सुनवाई करते हुए उपभोक्ता न्यायालय ने अभिनेता सलमान खान के हस्ताक्षरों की फॉरेंसिक जांच करवाने का आदेश दिया। यह पूरी विज्ञापन विवाद उनकी कानूनी टीम के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है।
## कानूनी प्रक्रिया और आगे की राह
न्यायालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि सलमान खान को स्वयं अदालत में उपस्थित होकर अपने हस्ताक्षर के नमूने देने होंगे ताकि उनकी तुलना प्रस्तुत दस्तावेजों से की जा सके। यह मामला बॉलीवुड के बड़े सितारों द्वारा किए जाने वाले विज्ञापनों की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े करता है। उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत भ्रामक विज्ञापनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रावधान है, और यह मामला इसी कड़ी में एक महत्वपूर्ण उदाहरण बन सकता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इस फैसले के बाद सलमान खान की मुश्किलें बढ़ती हुई दिखाई दे रही हैं, और सभी की निगाहें 20 जनवरी 2026 को होने वाली अगली सुनवाई पर टिकी हैं। इस कानूनी विज्ञापन विवाद का परिणाम क्या होगा, यह तो आने वाला समय ही बताएगा। मनोरंजन जगत की चटपटी खबरों के लिए यहां क्लिक करें।


