Sridevi News: बॉलीवुड की दुनिया जितनी चकाचौंध भरी दिखती है, उतनी ही यहां अंदरूनी तौर पर पावर गेम चलता है। स्टारडम और सफलता का पैमाना हमेशा से फीस रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ऐसी अभिनेत्री भी थी जिसने अपने दौर के सबसे बड़े मेल सुपरस्टार्स अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र को भी कमाई के मामले में पीछे छोड़ दिया था?
Sridevi: वो एक्ट्रेस जिसने फीस के मामले में अमिताभ-धर्मेंद्र को भी पीछे छोड़ा, बनी पहली फीमेल सुपरस्टार!
Sridevi News: भारतीय सिनेमा के इतिहास में ऐसी बहुत कम शख्सियतें हुई हैं, जिन्होंने अपनी कला से दर्शकों के दिलों पर राज किया हो। उन्हीं में से एक थीं दिग्गज अभिनेत्री श्रीदेवी, जिन्होंने सिर्फ अपनी अदाकारी से ही नहीं, बल्कि बॉक्स ऑफिस पर अपनी पकड़ से भी साबित कर दिया कि असली स्टारडम क्या होता है। 80 और 90 के दशक में जहां अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र जैसे सितारों की फीस आसमान छू रही थी, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। वहीं श्रीदेवी ने अपनी ज़बरदस्त फैन फॉलोइंग और लगातार हिट फिल्मों की बदौलत इन दोनों दिग्गजों को भी पीछे छोड़ दिया था।
अपनी बेमिसाल एक्टिंग, मनमोहक अंदाज़ और दमदार स्क्रीन प्रेजेंस से श्रीदेवी ने हर वर्ग के दर्शकों को अपना दीवाना बनाया। उनकी फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर लगातार कामयाबी के झंडे गाड़ रही थीं, यही वजह थी कि निर्माता उन्हें मुंह मांगी कीमत देने को तैयार रहते थे। इसी अटूट सफलता ने उन्हें बॉलीवुड की पहली Female Superstar का खिताब दिलवाया।
Sridevi ने कैसे बदली फीस की पुरानी परंपरा?
श्रीदेवी ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत साल 1979 में आई फ़िल्म ‘सोलहवां सावन’ से की थी। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। अपने लगभग चार दशकों के शानदार करियर में श्रीदेवी ने हिंदी, तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ भाषाओं की करीब 300 से अधिक फ़िल्मों में काम किया। उनका सबसे सुनहरा दौर 1985 से 1992 के बीच माना जाता है। यह वही समय था जब उनकी झोली में लगातार ब्लॉकबस्टर फ़िल्में आ रही थीं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। मनोरंजन जगत की चटपटी खबरों के लिए यहां क्लिक करें।
इस दौर की उनकी कुछ यादगार और सुपरहिट फ़िल्में:
- हिम्मतवाला
- मिस्टर इंडिया
- चांदनी
- लम्हे
- खुदा गवाह
- नज़राना
- जुदाई
- चालबाज़
इन फ़िल्मों ने उन्हें इंडस्ट्री का सबसे विश्वसनीय और कामयाब चेहरा बना दिया।
जब एक अभिनेत्री की फीस हीरो से ज़्यादा हुई!
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 1990 के दशक में अपनी लगातार हिट फ़िल्मों की वजह से श्रीदेवी एक फ़िल्म के लिए लगभग 1 करोड़ रुपये तक की भारी-भरकम फीस लेने लगी थीं। यह उस दौर में अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र जैसे सुपरस्टार्स की फ़ीस से भी कहीं ज़्यादा थी। यह भारतीय सिनेमा के इतिहास में पहली बार हुआ था जब किसी अभिनेत्री को हीरो से भी अधिक भुगतान किया गया। कहा जाता है कि 1993 में आई उनकी फ़िल्म ‘रूप की रानी चोरों का राजा’ के लिए उन्हें 1 करोड़ रुपये की फीस मिली थी। इसी अभूतपूर्व उपलब्धि के कारण उन्हें सही मायनों में बॉलीवुड की पहली Female Superstar कहा गया। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।



