आरा। भोजपुर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के आरा सलेमपुर मुख्य सड़क पर सनदियाँ गांव के निकट पांच दिनों पूर्व हुए लूट कांड के मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लूट कांड के पांच अपराधियों (Five criminals involved in robbery arrested) को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने अपराधियों के लूटे गए सोना, चांदी के जेवरात और नकद रुपये भी अपराधियों के पास से बरामद कर लिया है।भोजपुर के एसपी विनय तिवारी के सख्त आदेश के बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए लूट कांड के अपराधियों को दबोच लिया है।
भोजपुर के एसपी विनय तिवारी ने बताया कि आरा सलेमपुर मुख्य सड़क पर सनदियाँ गांव के निकट कुल सात अपराधियों ने मिलकर लूट की घटना को अंजाम दिया था।
इस मामले में मुफस्सिल थाना के अगरसंडा गांव निवासी बसंत कुमार, आरा नगर थाना के उजियार टोला निवासी शिवशंकर उर्फ कुबेर, गोरख कुमार बिंद, उजियार टोला-बिद टोली निवासी पवन कुमार और राकेश कुमार प्रसाद को गिरफ्तार किया गया है।
लूट में शामिल दो अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। लूट कांड में इस्तेमाल की गई दो बाइक और एक कार को भी जब्त कर लिया गया है।
एसपी ने बताया कि 15 सितंबर को मुफस्सिल थाना के धोबहां ओपी अन्तर्गत अगरसंडा निवासी मोहित प्रसाद आरा रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतरने के बाद ऑटो रिजर्व कर परिवार के साथ अपने घर जा रहे थे। इस दौरान बड़की सनदियां गांव के निकट हथियार बंद अपराधियों ने हथियार का भय दिखाकर उनसे 98 हजार रुपये नकद, मोबाइल और जेवरात लूट लिए थे।
इसे लेकर उन्होंने संबंधित थाना में एफआईआर दर्ज कराया था। जिसके बाद एसपी ने सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया था। एसडीपीओ के नेतृत्व में गठित टीम ने मोबाइल सर्विलांस एवं तकनीकी जांच के माध्यम से पांच दिनों के भीतर इस लूट कांड का पर्दाफाश कर दिया है।
पुलिस की टीम ने पहले अगरसंडा बेहरा गांव से उसके चचेरे भाई बसंत कुमार को हिरासत में लिया। इसके बाद टीम ने उजियार टोला बिद टोली से पवन कुमार सहित शिवशंकर उर्फ कुबेर, गोरख व राकेश को दबोचा।
इस दौरान लूटा गया सोने का एक चेन, दो कान का टाप्स, नाक का नथिया, सोने का छोटा छुछी नौ, चांदी का पायल एवं नकदी 55 हजार सहित दोनों मोबाइल बरामद कर लिया गया। लूट कांड में इस्तेमाल किया गया पांच मोबाइल सेट, एक कार एवं दो बाइक भी जब्त कर ली गई है।
एसडीपीओ के नेतृत्व में गठित टीम की पुलिस के अनुसार चचेरे भाई अगरसंडा बेहरा गांव निवासी बसंत कुमार ने ही लूटपाट की घटना की पृष्ठभूमि तैयार की थी और ऐसे लूट का षड्यंत्र रचा था।
बताया जा रहा है कि अगरसंडा निवासी मोहित प्रसाद के साथ पूर्व में बंसत भी मुंबई में मसाला का कारोबार करता था। बाद में उसे कंपनी से हटा दिया गया था। मोहित के घर आने की पहले से जानकारी उसके चचेरे भाई को थी।चचेरे भाई ने लूट की घटना को अंजाम देने के लिए साजिश रच दी थी और अपराधियों का सहारा भी लिया था।