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3 मार्च, 2024
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शेरों के परिवार से मिले PM MODI, दिखा अलग अंदाज, शावक को दुलारते शेरनी की खींची फोटो

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आप पढ़ रहे हैं,DeshajTimes.Com। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने तीन दिवसीय गुजरात दौरे के अंतिम दिन सोमवार को सासण गिर में जंगल सफारी कर एशियाई शेरों को नजदीक से देखा। प्रधानमंत्री करीब तीन घंटे तक गिर के जंगल में रहे और शेरों के प्राकृतिक आवास का अनुभव लिया।

खुली जिप्सी से जंगल की यात्रा

प्रधानमंत्री का काफिला सुबह जूनागढ़ जिले के सासण गिर स्थित भंभाफोल नाके से जंगल में दाखिल हुआ। उन्होंने रूट नंबर 2 से जंगल सफारी शुरू की और खुली जिप्सी में शेरों, शेरनियों और उनके बच्चों को निहारा। सफारी के दौरान एक शेरनी अपने बच्चे को दुलारती दिखी, जिसका प्रधानमंत्री ने अपने कैमरे से फोटो लिया

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आप पढ़ रहे हैं, DeshajTimes.Com। प्रधानमंत्री ने आर्मी जैसी पोशाक और सिर पर हैट पहनी हुई थी। सफारी के दौरान उन्होंने रास्ते में दिखे पलाश के फूलों को भी जिप्सी से तोड़ा

गिर में ली शानदार तस्वीरें

आप पढ़ रहे हैं,DeshajTimes.Com। सफारी के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कैमरे से कई शानदार दृश्य कैद किए। एक स्थान पर शेरों का परिवार विश्राम करता दिखा, जिसे उन्होंने अपने कैमरे में कैद किया।

जंगल सफारी के दौरान प्रधानमंत्री के साथ वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे

ट्विटर पर साझा की गिर की झलकियां

आप पढ़ रहे हैं, DeshajTimes.Com। जंगल सफारी के बाद प्रधानमंत्री ने अपने एक्स (ट्विटर) हैंडल पर तस्वीरें साझा कीं। उन्होंने लिखा—

“आज सुबह विश्व वन्य जीव दिवस पर गिर में सफारी का आनंद लिया। यह भव्य एशियाई शेरों का घर है। गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए गिर को संवारने की जो यादें थीं, वे फिर ताजा हो गईं। सामूहिक प्रयासों से एशियाई शेरों की आबादी लगातार बढ़ रही है। गिर क्षेत्र के आदिवासी समुदायों और महिलाओं की भूमिका भी सराहनीय है। मैं सभी से गिर आने का आग्रह करता हूं।”

एशियाई शेरों के संरक्षण पर जोर

प्रधानमंत्री ने कहा कि गिर क्षेत्र में किए गए संरक्षण प्रयासों के कारण शेरों की संख्या बढ़ रही है। उन्होंने लोगों से गिर आने और प्राकृतिक वन्यजीवों का अनुभव लेने की अपील की

👉 आप पढ़ रहे हैं, DeshajTimes.Com। प्रधानमंत्री मोदी की यह सफारी न केवल गिर के पर्यटन को बढ़ावा देगी बल्कि एशियाई शेरों के संरक्षण के प्रति जागरूकता भी बढ़ाएगी।

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लेखक या संपादक की लिखित अनुमति के बिना पूर्ण या आंशिक रचनाओं का पुर्नप्रकाशन वर्जित है। लेखक के विचारों के साथ संपादक का सहमत या असहमत होना आवश्यक नहीं। सर्वाधिकार सुरक्षित। देशज टाइम्स में प्रकाशित रचनाओं में विचार लेखक के अपने हैं। देशज टाइम्स टीम का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है। कोई शिकायत, सुझाव या प्रतिक्रिया हो तो कृपया [email protected] पर लिखें।

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