पंजाब में विधानसभा चुनाव के दौरान मतदाता कोरोना गाइडलाइन का पालन कर सकें, इसके लिए चुनाव आयोग ने 40 करोड़ रुपये खर्च किए। पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीमों ने राज्य के सभी 117 विधानसभा क्षेत्रों से 28 टन कोविड वेस्ट एकत्र (28 tonnes of covid waste found from 117 assembly constituencies) किया।
भले, पंजाब की सत्ता की चाबी किस राजनीतिक पार्टी के हाथ होगी यह आगामी दस मार्च को तय होगा, लेकिन उससे पहले मौजूदा चरणजीत सिंह चन्नी सरकार भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड सहित सूबे के कई अहम मसलों को लेकर कैबिनेट की बैठक करना चाह रही हो या फाजिल्का की वो बड़ी खबर जहां ईवीएम स्ट्राॅन्ग रूम के बाहर फायरिंग हो गई। इसमें गोली लगने से पुलिस अधिकारी की मौत हो गई।
पुलिस अधिकारी की पहचान ईवीएम स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर तैनात सब-इंस्पेक्टर बलदेव सिंह के रूप में हुई है। मगर सबसे अहम खबर कोरोना प्रोटोकॉल को लेकर आ रही है। पढ़िए पूरी खबर
पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस करुणा राजू
के अनुसार पंजाब में 20 फरवरी हुए मतदान के दौरान पहली बार मतदान केंद्रों पर कोरोना गाइडलाइन का पालन करवाने के लिए व्यापक योजना बनाई गई थी। पंजाब में 117 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 24 हजार 740 पोलिंग स्टेशन बनाए गए।
कोविड के मद्देनजर विशेष बजट
का प्रावधान किया गया। सभी मतदान केंद्रों पर आशा वर्करों व आंगनबाड़ी वर्करों की तैनाती की गई। पैरा मेडिकल स्टाफ की भी तैनाती की गई। इन सबको चार सौ से पांच सौ रुपये प्रतिदिन के हिसाब से अदा किए गए।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर मास्क, दस्ताना, पीपीई किट, साबुन, थर्मामीटर और सेनेटाइजर उपलब्ध करवाए गए। मतदाता को मतदान करने के लिए ग्लब्स मुहैया करवाए गए। वापसी पर ग्लब्स को बायोमेडिकल वेस्ट में डाला गया।
बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण का जिम्मा पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को सौंपा गया। करीब 28 टन कोविड वेस्ट को डिस्पोज ऑफ किया गया है। मतगणना के दौरान भी कोविड गाइडलाइन का पालन किया जाएगा।