बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी द्वारा ब्राह्माणों पर दिए गये बयान को लेकर लोग काफी आक्रोशित हैं।
पटना के राजीव नगर थाना और के.हाट थाना पूर्णियां में जीतन राम मांझी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। वही राज्य मानवाधिकार आयोग में भी शिकायत की गयी है। वहीं, शराबबंदी को लेकर सीएम नीतीश कुमार भी उन्हें घेर लिया। पढ़िए पूरी खबर
पटना के राजीव नगर थाने में जीतनराम मांझी के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। जीतनराम मांझी द्वारा ब्राह्मणों पर गाली गलौज करने और भगवान सत्यनारायण स्वामी पर अभद्र टिप्पणी के संबंध में राजीव नगर के रहने वाले विशाल कुमार सिंह के नेतृत्व में अन्य लोगों मामला दर्ज कराया है।
आवेदन में इस बात का जिक्र है कि पूर्व सीएम जीतन राम मांझी द्वारा एक सभा के दौरान सत्यनारायण भगवान और पंडितों पर गाली गलौज करते हुए एक वीडियो वायरल हुआ है। जिसके बाद एक दूसरा वीडियो भी सामने आया है जिसमें वे दलित समाज को गाली दे रहे हैं। इस भाषण से सामाजिक सौहार्द बिगड़ सकता है और जातिवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे समाज में उन्माद फैल सकता है और दंगा भी हो सकता है। इस वीडियो की जांच कराए जाने और दोषी पर उचित कानूनी कार्रवाई करने की मांग राजीव नगर थानाध्यक्ष से की गयी है।
जीतन राम माझी द्वारा शराबबंदी पर टिप्पणी किये जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लोग संकल्प लेते हैं और फिर इस तरह की बात करते हैं। यह विचित्र है। इस तरह की बात से लोगों को बचना चाहिए। शराबबंदी के खिलाफ कोई भी अगर कोई बात सोचता है तो यह होना असंभव है। जनता दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से वे बात कर रहे थे।
वहीं समाज सुधार अभियान को लेकर जिलों के दौरे पर पूछे सवाल का जवाब देते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि हम वहां जाकर विकास की योजनाओं की समीक्षा करेंगे। साथ ही स्थानीय लोगों और महिलाओं से बातचीत कर उनसे जानकारी लेंगे और जागरूकता अभियान भी चलाएंगे। नशामुक्ति, दहेज प्रथा उन्मूलन और बाल विवाह ख़त्म करने को लेकर हमलोगों का समाज सुधार अभियान है।
मांझी शराबबंदी कानून के कार्यान्वयन पर लगातार सवाल उठा रहे हैं। मांझी ने दो दिन पूर्व बेतिया में कहा था कि शराबबंदी ठीक है, लेकिन इसमें दो तरह की नीति अपनाई जा रही है। उन्होंने स्पष्ट लहजे में कहा कि धनवान लोग एमपी, एमएलए, ठेकेदार, आईएएस, आईपीएस रात 10 बजे के बाद शराब का सेवन करते हैं।
उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून की आड़ में गरीबों और दलितों को पकड़कर जेल में डाला जा रहा है, वह गलत है। आधा बोतल और एक बोतल शराब का सेवन करने पर जेल भेजा जा रहा है। यह न्याय संगत नहीं है। उन्होंने कहा कि सीमित मात्रा में शराब लेना गलत नहीं है।
जीतनराम मांझी के द्वारा ब्राह्मण समाज को गाली दिए जाने का आरोप लगाते हुए ब्राह्मण समाज के लोगों ने राज्य मानवाधिकार आयोग से इसकी शिकायत की है वही इसकी प्रति मुख्यमंत्री सचिवालय पटना, पुलिस महानिदेशक मुख्यालय को भी भेजी गयी है। ब्राह्मण समाज ने अपने इस आवेदन में पूर्व सीएम जीतनराम मांझी पर यह आरोप लगाया है कि एक कार्यक्रम के दौरान राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने ब्राह्मण समाज को गाली दिया है और कानून का उल्लंघन किया है।
वही पूर्णिया में भी पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के खिलाफ पूर्णिया के. हाट थाने में मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने केस दर्ज किया है। धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाने के इस मामले पर न्यायोचित कार्रवाई करने की मांग थानाध्यक्ष से की गयी है। के.हाट थाना के शांतिनगर निवासी अविनाश कुमार मिश्र ने यह मामला के. हाट थाने में दर्ज कराया है।
थाने में दिए गये आवेदन में इस बात जिक्र है कि दिनांक 19/12/2021 को सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी द्वारा हिन्दू धर्म के आस्था का प्रतिक भगवान श्री सत्यनारायण के सम्बंध में एवं सम्पूर्ण ब्राह्मण जाति के सम्बंध में व हिन्दू धर्म के सम्बंध में अपमान जनक शब्दों का प्रयोग एवं गाली गलौज सार्वजनिक मंच पर किया गया।
जिससे भगवान श्री सत्यनारायण व हिन्दू धर्म मे आस्था रखने वाले करोड़ों के धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँची है। साथ ही उन्होंने पंडित (ब्राह्मण) के लिए “हरामी” शब्द का प्रयोग किया है। उनके वायरल वीडियो भाषण के बाद सम्पूर्ण हिन्दू व ब्राह्मण समाज गुस्से में है। ऐसे बयान को लेकर दोषी के विरुद्ध न्यायोचित कार्रवाई करने की मांग की गयी है। जिससे सभी धर्म एवं जाति का आपसी सद्भाव समाज में बना रहे।