Bihar Omicron Cases: बिहार में भी कोरोना के मामलों में इजाफा देखा जा रहा है। रविवार को राजधानी पटना के IGIMS में एक साथ ओमिक्रोन (Omicron) के 27 मरीज मिले हैं।
पहली बार जीनोम सिक्वेंसिंग की जांच में कोरोना के इस नए वैरियंट (Omicron Variant) की पुष्टि हुई है। एकाएक इतने मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अलर्ट हो गए हैं। एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर नियमों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। रविवार रात तक 96 और सैंपल्स को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा।
बिहार में कोरोना के रोजाना मामलों की बात करें तो सूबे में पिछले 24 घंटों में 4526 नए मामले सामने आए हैं। राजधानी पटना में 1056 नए केस मिले हैं, बेगूसराय में 276 और गया जिले में 284 मामले सामने आए हैं। इसके अलावा मुजफ्फरपुर जिले में 263, सारण में 110 और सीतामढ़ी से 90 केस सामने आए हैं। बिहार में एक्टिव मरीजों की संख्या 12 हजार 311 हो गए हैं तो वहीं रिकवरी रेट गिरावट के साथ 96.70 फीसदी पर आ गया है।
आईजीएमएस में कुल 32 सैम्पल की जांच हुई थी, जिसमें 85 फीसदी यानी 27 मरीजों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है। पहली बार जीनोम सिक्वेंसिंग की जांच में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है। आईजीआईएमएस प्रबंधन के अनुसार 32 सैंपल में से 27 ओमिक्रोन के मरीज मिले। इसके अलावा डेल्टा के चार और एक अन्य मरीज मिला है। आईजीआईएमएस ने सैंपल कलेक्ट किया इसके बाद प्रोसेस में 7-10 दिनों का समय लगा। इसके बाद पूरी रिपोर्ट सामने आई है।
बिहार में पहले ओमिक्रोन वेरियंट की जांच की सुविधा बिहार में नहीं थी। इसलिए इसके सैंपल की जांच के लिए बाहर के लैब में भेजा जाता था लेकिन मुख्यमंत्री के आदेश पर पटना के आईजीआईएमएस में इसकी जांच की सुविधा शुरू हुई । हालांकि, अभी कुछ सैंपल की ही जांच ओमिक्रोन के लिए किये जा रहे हैं।
दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों में कोरोना के मामलों में आई तेजी के बाद बिहार और उत्तर प्रदेश में श्रमिक मजदूरों के वापस लौटने का सिलसिला बढ़ रह है। सरकार की ओर से लगाई जा रही पाबंदियों के कारण श्रमिकों को लॉकडाउन का भय सता रहा है और वह अपने परिवार के पास पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं, ऐसे में कोरोना फैलने का खतरा और बढ़ गया है।