लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने पटना पहुंचने पर आज नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को बधाई दी। उन्होंने तेजस्वी की मैंने हमेशा से तेजस्वी को छोटा भाई माना है और आज उसकी शादी है तो खुशियां घर में ही आ रही हैं। उनको और पूरे परिवार को बधाई।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की आज यानी गुरुवार को शादी होने वाली है। इस पर पटना पहुंचे LJP (रामविलास) सुप्रीमो चिराग पासवान ने कहा, तेजस्वी गृहस्थ जीवन में नई पारी शुरू कर रहे हैं। उन्हें मेरी बधाई। मैंने हमेशा तेजस्वी को अपना छोटा भाई कहा है। जब छोटे भाई की शादी हो रही है तो खुशियां घर में ही आ रही हैं। उनको और पूरे परिवार को बधाई।
कहा, मैं जात-पात, धर्म-मजहब में विश्वास नहीं करता। ऐसे फैसले निजी फैसले होते हैं। इसको जात-पात, धर्म- मजहब से जोड़ कर नहीं देखना चाहिए। चिराग से जब पूछा गया कि तेजस्वी की शादी गुपचुप तरीके से हो रही है, आप इसी तरह तो शादी नहीं करेंगे? तो उन्होंने कहा, ‘जहां भी शादी करूंगा डंके की चोट पर करूंगा।
उन्होंने कहा कि मैं जात-पात, धर्म-मजहब नहीं मानता। शादी का फैसला हर किसी के जिंदगी का निजी फैसला होता है, इसलिए इसे जात-पात, धर्म- मजहब से जोड़ कर नहीं देखना चाहिए। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं जहां भी शादी करूंगा डंके की चोट पर करूंगा।
जातीय जनगणना का हमारा समर्थन
इन दिनों फिर से बिहार में जातीय जनगणना का मुददा छाया हुआ है। इससे जुड़े प्रश्न पर उन्होंने कहा राज्य सरकार जातीय जनगणना कराती है तो लोक जनशक्ति पार्टी उसका समर्थन करेगी। हम सभी चाहते हैं कि जातीय जनगणना होनी चाहिए, क्योंकि नीतियां, योजनाएं जाति के आधार पर केन्द्र या राज्य सरकार बनती है। इसलिए यह जानना जरूरी है कि किस जाति की कितनी संख्या है।
चिराग ने कहा, ‘हम सभी चाहते हैं कि जातीय जनगणना होनी चाहिए, क्योंकि नीतियां, योजनाएं जाति के आधार पर केन्द्र या राज्य सरकार बनती है। इसलिए यह जानना जरूरी है कि किस जाति की कितनी संख्या है। राज्य सरकार जातीय जनगणना कराती है तो लोक जनशक्ति पार्टी उसका समर्थन करेगी।’
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शराबबंदी के सवाल पर आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार समझते हैं कि एक बार शराबबंदी कानून बना दिया तो वह सफल हो जाएगी। इसके लिए जागरुकता जरूरी है। शराबबंदी कानून बिहार जैसे राज्य में लागू रहना चाहिए।
मुजफ्फरपुर में मोतियाबिंद के ऑपरेशन शिविर में हुई घटना पर उन्होंने कहा कि जिन लोगों की आंख की रौशनी चली गई, उसमें उनका क्या कसूर है। इन पीड़ित लोगों से मिलना भी नीतीश कुमार ने जरूरी नहीं समझा। बंद कमरे में बैठकर काम करने से सब कुछ ठीक नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि सीएम खुद आंख का ऑपरेशन कराने वो दिल्ली जाते हैं और गरीब जनता शिविर में ऑपरेशन करा कर अपनी आंखे खो रहे हैं।
चिराग ने कहा, ‘किसी एक भी मापदंड पर नीतीश कुमार सफल नहीं हैं। नीति आयोग की रिपोर्ट बिहार को फिसड्डी कहती हैं तो इसके कारण हैं। आंख का ऑपरेशन कराने वो दिल्ली जाते हैं। इसका कारण सबको समझ में आता है। मोतियाबिंद का सरल ऑपरेशन भी यहां ठीक से नहीं हो सकता।
हजारों रुपए खर्च कर विमान से इसके ऑपरेशन के लिए नीतीश कुमार दिल्ली जाते हैं और दूसरी तरफ मोतियाबिंद के ऑपरेशन से लोगों की आंख की रोशनी चली गई। जिन लोगों की आंख की रौशनी चली गई, उसमें उनका क्या कसूर है। इन पीड़ित लोगों से मिलना भी नीतीश कुमार ने जरूरी नहीं समझा। बंद कमरे में बैठकर काम करने से सब कुछ ठीक नहीं हो सकता।
जानकारी है कि पटना पहुंचने के बाद चिराग मुजफ्फरपुर में उन लोगों से मुलाकात करेंगे जिनके आंखों की रौशनी चली गई है।