बिहार की आर्थिक अपराध इकाई ने बुस्टर डोज के नाम पर साइबर अपराधियों की नजर और धोखाधड़ी को लेकर संपूर्ण बिहारवासियों को अलर्ट किया है।
जारी रिपोर्ट के मुताबिक कहा गया है कि बूस्टर डोज के नाम पर इन दिनों साइबर अपराधी के धोखाधरी से सावधान रहें। आपकी एक गलती से बैंक खाता खाली हो सकता है।
इन दिनों साइबर अपराधी बूस्टर डोज के नाम पर आपको कॉल, संदेश एवं ईमेल आ सकता है। कहा जाएगा कि आपने कोविड टीका का दोनों डोज ले लिया है तो आपका रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है।
वैक्सीनेशन से जुड़ी जानकारी में आपका आधार, मोबाइल नंबर, नाम पता, उम्र आदि का एक लिंक पर जानकारी मांगी जाएगी। रजिस्ट्रेशन की बात कहकर पहले ओटीपी भेजा जाएगा। रजिस्ट्रेशन पूरा करने के लिए भेजा गया ओटीपी की मांग की जाएगी। आपने यदि प्राप्त ओटीपी गलती से भेज दिया तो आपके बैंक खाता से राशि कुछ मिनटों में ही खाली हो जाएगा।
कहा गया है कि ऐसे साइबर अपराधी के मेसेज,कॉल या ईमेल से सावधान रहें। बृस्टर डोज के लिए कोई रजिस्ट्रेशन कराना नहीं पड़ता है। पहले के दोनों डोज के आधार पर निर्गत प्रमाण-पत्र ही बूस्टर डोज लगवाने के लिए काफी है। यदि आप बूस्टर डोज लेने के योग्य हैं तो आपको बूस्टर डोज लग जाएगी।
ऐसे में, ऐसे फ्रॉड कॉल से सावधान रहें। इसका कभी जवाब न दें। किसी अनजान व्यक्ति से किसी भी प्रकार का ओटीपी नंबर शेयर ना करें। किसी अनजान व्यक्ति की ओर से भेजे गये लिंक पर क्लिक न करें, ऐसा करने पर आपका बैंक खाता खाली हो सकता है।
हेल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को ही बूस्टर शॉट दिया जा रहा है। जो लोग बूस्टर डोज ले रहे हैं उन्हें कई और बातों का भी ध्यान रखना जरूरी है। बूस्टर डोज (Importance of booster dose) लेने के लिए आपके वैक्सीन की सेकेंड डोज और बूस्टर के बीच 9 महीने का गैप होना जरूरी है।
यानी अप्रैल 2020 से पहले जिन लोगों को दूसरा डोज लग चुका है। अभी सिर्फ वही (Who will get booster dose) लोग बूस्टर डोज लगवा सकते हैं. हालांकि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि इसके लिए आपको नए रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होगी. आप सेंटर पर जाकर भी सीधे वैक्सीन लगवा सकते हैं। इसके अलावा 60 साल के अधिक उम्र के बीमार बुजुर्गों को भी बूस्टर डोज लगाई जा रही है। बूस्टर डोज में फ्रंटलाइन वर्कर के परिवार के लोग शामिल नहीं होंगे।