बेगूसराय इन दिनों अपराधियों का गढ़ बना हुआ है। हर रोज हत्या और लूट यहां आम है लेकिन गुरुवार को आई एक खबर ने पूरे सिस्टम से भरोसा के लायक नहीं छोड़ा। इंसानियत यहां मर चुकी है क्योंकि शर्मसार होने की भी गुंजाइश यहां बची नहीं। यहां पुलिस का जो चेहरा दिखा है, उससे भरोसा करने लायक कोई बचा ही नहीं।
कारनामा लाखो ओपी थाना पुलिस का है जो एक अज्ञात युवक की मौत के बाद उसके शव के पैरों में रस्सी बांधकर उसे सड़क पर घसीटकर ले गई। यही नहीं, अस्पताल पहुंचने के बाद भी शव को रस्सी से ही खींचकर पोस्टमार्टम रूम में भेजा गया।
पुलिस का शव के साथ जानवरों से भी बदतर सलूक हर इंसान को सोचने पर विवश कर रहा है। जब पुलिस शव को अमानवीय तरीके से घसीट रही थी, तब मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ मौजूद थी। इसकी तस्वीर बनाकर सोशल मीडिया पर सुर्खियां बंटोरने वालों ने तनिक भी मानवता का परिचय नहीं दिया। एक बार भी उस पुलिस कर्मी नहीं टोका।
पुलिस एक अज्ञात शव को जानवर की तरह रस्सी से बांधकर सैकड़ों मीटर खींच रही है और लाखो सहायक थाना क्षेत्र के निपनिया सीमेंट गोदाम समीप भीड़ उसे देख तमाशा बना रही थी।
जानकारी के अनुसार, सीमेंट गोदाम के थोड़ी दूर पर गड्ढा के किनारे बुधवार की शाम भंवरा के अंदर एक शव को देखकर स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन शव से दुर्गंध आने के कारण उसके नजदीक जाने की कोशिश नहीं की। इसके बाद सफाई कर्मी को बुलाकर शव के पैर में रस्सी बांधकर खींचते हुए सड़क पर लाया गया।
बताया जाता है कि 27 जुलाई को लाखों गांव स्थित एनएच-31 के किनारे गड्ढे में रखे पाइप के अंदर एक अज्ञात युवक की लाश मिली। शव से बहुत दुर्गंध आ रही थी। इसलिए उसे निकालने के लिए पुलिस ने सफाईकर्मी को बुलाया। पुलिस ने शव को सम्मान से निकालने के बजाए उसके पैर में रस्सी बांध दी। फिर पाइप से खींचकर बाहर निकाला।
फिर उसे घसीटते हुए सैकड़ों फीट दूर तक लेकर आया गया। हाईवे पर भी कई फीट तक शव को रस्सी से खींचकर घसीटा गया। इसके बाद ट्रैक्टर ट्रॉली में डालकर उसे सदर अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल में भी शव को घसीटते हुए ही पोस्टमार्टम रूम में ले जाया गया। इस दौरान वहां मौजूद किसी शख्स ने अपने मोबाइल कैमरे में यह रिकॉर्ड कर लिया। फिलहाल पुलिस शव की पहचान में जुटी है।
समाचार भेजे जाने तक मृतक की पहचान नहीं हो सकी है।लेकिन शव को देखकर आशंका जताई जा रही है कि जानवरों ने फेंके गए शव के कुछ हिस्से को नोंच भी लिया। फिलहाल वायरल वीडियो की लोग जमकर निंदा कर रहे हैं।
सवाल उठता है जब सरकार सभी संसाधन देती है। फिर मरने के बाद इस व्यक्ति की जानवर से भी बदतर दुर्गति क्यों की गई। शव किसी भी हालत में हो उसे सम्मान पूर्वक उठाने का काम पुलिस का है। लेकिन पुलिसकर्मियों ने जो किया वह काफी दुखद और शर्मसार करने वाली घटना है। इस संबंध में अभी कोई भी पुलिस अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।