पटना। नीतीश सरकार भ्रष्ट अधिकारियों के विरुद्ध अपनी जीरो टॉलरेंस की नीति पर लगातार काम कर रही है। इसी कड़ी में गुरुवार को आरा के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक राकेश दुबे के चार ठिकानों पर बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध अनुसंधान इकाई ने (ईओयू) छापेमारी की है।
बिहार के अवैध बालू खनन (Illegal Sand Mining) में संलिप्त निलंबित आईपीएस अधिकारी राकेश दुबे (Rakesh Dubey) के पटना (Patna) के दो आवास समेत चार स्थानों पर आर्थिक अपराध शाखा (Economic Offense Wing) ने गुरुवार को छापा मारा है।
झारखंड के देवघर के जसीडीह स्थित राकेश दुबे के घर पर भी छापेमारी की गई है. भोजपुर के तत्कालीन एसपी राकेश दुबे को बालू के अवैध धंधे से जुड़े होने के आरोप में निलंबित किया गया था। आर्थिक अपराध इकाई से मिली जानकारी के अनुसार केस नंबर 17/21 अंडर सेक्शन 13(2)आर डब्ल्यू 13(1)(बी) पीसी एक्ट 1988 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पटना के एसके पुरी थाना क्षेत्र के गांधी पार्क स्थित आवास, पटना के अभियंतानगर जलालपुर में सुदामा पैलेस स्थित फ्लैट, झारखंड के जसीडीह के सिमरिया गांव स्थित पैतृक घर और सचिन रेसीडेंसी होटल में जांच चल रही है. राकेश दुबे अपने आवास पर उपस्थित नहीं हैं.बता दें कि अवैध बालू खनन मामले में जुलाई में 41 पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को निलंबित किया गया था।
भोजपुर के एसपी रहे राकेश दुबे पर बालू माफियाओं से सांठगांठ के आरोप लगे थे जिसके बाद उनको सस्पेंड कर दिया गया था और उनके खिलाफ वारंट भी जारी किया गया था।
राकेश दुबे को पहली बार किसी जिले की कमान देते हुए भोजपुर का एसपी बनाया गया था लेकिन इसके बाद उनको सस्पेंड भी किया गया था।
उल्लेखनीय है कि बालू माफियाओं से सांठगांठ करने वाले अधिकारियों के खिलाफ हाल के दिनों में नीतीश सरकार की कार्रवाई लगातार जारी है। कुछ दिन पहले ही भोजपुर के डीटीओ रहे एक अधिकारी के भी कई ठिकानों पर छापेमारी हुई थी जबकि दो दिन पहले पटना में भी एक धनकुबेर इंजीनियर के कई ठिकानों पर रेड हुई थी।
बिहार के सरकारी अधिकारियों के खिलाफ सरकार के इस एक्शन से हड़कंप मचा हुआ है। बालू के कारोबार में ईओयू की खुफिया रिपोर्ट में कई अधिकारियों के सांठगाठ के साक्ष्य मिले थे जिसके बाद से रेड का सिलसिला लगातार जारी है।
आर्थिक अपराध शाखा अवैध बालू खनन के मामले की कर रही है जांच
भोजपुर के तत्कालीन एसपी राकेश कुमार दुबे और औरंगाबाद के तत्कालीन एसपी सुधीर कुमार पोरिका को हटाया गया था. आर्थिक अपराध इकाई बालू के अवैध धंधे से अकूत संपत्ति बनाने वाले अधिकारियों के खिलाफ जांच कर रही है।
ईओयू ने इससे पहले आरा और पालीगंज के निलंबित एसडीपीओ, रोहतास व डेहरी के एसडीओ और एक एमवीआई के ठिकानों पर छापेमारी की थी।
इस मामले में राकेश दुबे पहले आईपीएस अधिकारी हैं, जिनके घर पर छापा मारा गया है। जिन जगहों पर EOU की रेड चल रही है उनमें राकेश दुबे का गांधी पार्क श्री कृष्णा पुरी स्थित आवासीय मकान नंबर 119, पटना में फ्लैट संख्या 204 (सुदामा पैलेस जलालपुर) अभियंता नगर, के अलावे झारखंड के सचिन रेजिडेंसी होटल जसीडीह और उनके गांव जसीडीह के सिमरिया में भी छापेमारी की जा रही है। कोर्ट ने निलंबित SP के ठिकानों की जांच के लिए कल यानि बुधवार को ही सर्च वारंट जारी किया था।
अवैध बालू खनन के मामले में निलंबित हुए थे एसपी राकेश दुबे
बिहार के भोजपुर जिले से पिछले दिनों कई वीडियो वायरल हुए थे जिसमें साफ दिख रहा था कि पुलिस की निगहबानी में बालू माफिया के ट्रक पास कराए जा रहे हैं। इन वीडियो के सामने आने के बाद भोजपुर समेत कई और जिलों के अफसरों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था।
भोजपुर के एसपी रहने के दौरान राकेश दुबे पर ये आरोप लगा था कि उन्होंने बालू के अवैध खनन में करोड़ों रुपए की अवैध संपत्ति अर्जित की है। इसके बाद नीतीश सरकार ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था। राकेश दुबे पर बालू माफिया से सांठगांठ के आरोप में मामला दर्ज किया गया था।