पंजाब के फरीदकोट जिले के कोटकपूरा से विधायक कुलतार सिंह संधवा को 16वीं विधानसभा के लिए स्पीकर चुन लिया गया। संधवा दूसरी बार विधायक बनकर पहुंचे हैं। इसके साथ ही पंजाब की भगवंत मान सरकार में दस जिलों का प्रतिनिधित्व हो गया है।
संधवा पंजाब विधानसभा के 18वें स्पीकर चुने गए हैं। संधवा पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय ज्ञान जैल सिंह के छोटे भाई के पौत्र हैं। 2017 में भी कुलतार संधवा ने कोटकपूरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीता था।
कठिन दौर में कई लोगों ने आप से नाता तोड़ा लेकिन संधवा विधानसभा के बाहर और भीतर कांग्रेस को घेरते रहे। कभी विधानसभा के बाहर रेत को सोने के भाव बेचकर सुर्खियों में आए संधवा अब विधानसभा स्पीकर के रूप में सदन को चलाएंगे।
आम आदमी पार्टी में कुलतार सिंह संधवा पहले विधायक थे, जिन्होंने भगवंत सिंह मान को सीएम चेहरा घोषित करने की मांग उठाई थी। सोमवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही मुख्यमंत्री भगवंत मान, कैबिनेट मंत्री हरपाल चीमा, प्रोटेम स्पीकर डॉ. इंद्रबीर निज्जर ने कुलतार सिंह संधवा को स्पीकर के पद पर बिठाया। इसके बाद संधवा को सर्वसम्मति से पंजाब विधानसभा का स्पीकर चुन लिया गया।
सदन के नेता भगवंत मान ने संधवा की नियुक्ति का स्वागत करते हुए कहा कि वह कुशल वक्ता एवं सुलझे हुए नेता हैं। पंजाब की राजनीति के बारे गहरे विचार रखने वाले संधवा इस सदन का बेहतर तरीके से संचालन करते हुए एक संरक्षक के रूप में सभी सदस्यों के हितों की रक्षा करेंगे। भगवंत मान ने उम्मीद जताई कि संधवा निष्पक्ष भूमिका के साथ सभी विधायकों को बोलने का मौका देंगे।
कांग्रेस की तरफ से विधायक
एंव पूर्व मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखपाल सिंह खैहरा, प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि पंजाब के विकास तथा सकारात्मक फैसलों के लिए विपक्ष सरकार का सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि विपक्ष सरकार के काम पर नजर रखने का काम करता है। बेहतर होगा स्पीकर विपक्ष को भी बोलने का सही समय दें। अकाली दल की तरफ से विधायक मनप्रीत सिंह इयाली, भाजपा की तरफ अश्वनी शर्मा, बसपा की तरफ से नछत्र पाल सिंह ने स्पीकर का सर्वसम्मति से चुनाव पर स्वागत किया।
पंजाब विधानसभा के स्पीकर
कुलतार सिंह फरीदकोट जिला के कोटकपूरा हलके के छोटे से गांव संधवा के रहने वाले हैं। यहां से निकलने वाले लोग राष्ट्रपति से लेकर मुख्यमंत्री, मंत्री और विधानसभा स्पीकर तक बने। ऑटोमोबाइल इंजीनियर कुलतार सिंह इसी गांव से ताल्लुक रखने वाले देश के राष्ट्रपति रहे ज्ञानी जैल सिंह के छोटे भाई के पोते हैं।
ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग कुलतार सिंह संधवां
का जन्म 16 अप्रैल, 1975 को गांव संधवां में जगतार सिंह व गुरमेल कौर के घर हुआ था। उनके दादा जगीर सिंह व पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह सगे भाई थे। कर्नाटक की यूनिवर्सिटी से ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग करने के बाद कुलतार सिंह संधवां ने 2003 में पहली बार अपनी पंचायत में सरपंची का चुनाव लड़ा। वह 2003 से 2008 तक संधवां की पंचायत के सरपंच भी रहे।
2011-12 में आम आदमी पार्टी ने
जब पंजाब में सदस्यता अभियान चलाया तो उन्होंने पार्टी ज्वाइन कर ली। 2017 विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें कोटकपूरा से टिकट दी तो उन्होंने पहली बार में ही कांग्रेस और अकाली दल के दिग्गजों को पछाड़ते हुए जीत हासिल की थी।
आम आदमी पार्टी के किसान विंग के प्रांतीय अध्यक्ष के तौर पर उन्होंने किसान आंदोलन में भी अपनी सक्रिय भूमिका निभाई थी। उनकी वजह से ही पार्टी की छवि किसान हितैषी बनी थी। वह खुद भी किसान परिवार से आते हैं और आज भी उनका सारा परिवार गांव में ही रहता है।