
मुख्य बातें
पार्ट 3 रिजल्ट में सुधार को लेकर एमएसयू का विश्वविद्यालय में प्रदर्शन
विश्वविद्यालय ने साजिश रच आंदोलन को और मजबूत करने का किया काम
एमएसयू के खिलाफ विश्वविद्यालय कर रहा था साजिश
छात्रों को बिना पैसा कॉपी का प्रतिलिपि देने पर बनी सहमति
जय बाबा केदार..!
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दरभंगा। मिथिला स्टूडेंट यूनियन का आंदोलन (Mithila student union movement) अब धीरे धीरे उग्र होता जा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन की लगातार साजिश ने मिथिला स्टूडेंट यूनियन के इस आंदोलन को और भी मजबूत करने का काम किया है।
विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से छात्रों का आवाज दबाने के लिए कई तरह से प्रयास किया गया लेकिन आंदोलन समाप्त होने के जगह एमएसयू का आंदोलन और भी मजबूत होता चला गया।

सोमवार को सेकड़ो के तादाद में एमएसयू कार्यकर्ता विश्वविद्यालय पहुंच कर अपनी मांगो के समर्थन में आंदोलन करने पहुंचे जिसकी तैयारी संगठन ने जोरों से किया। एमएसयू के छात्र नेताओं ने कहा विश्वविद्यालय की ओर से पहले हमलोगों के ऊपर फर्जी एफआईआर किया गया।
जब एफआईआर के बाबजूद आंदोलन समाप्त नहीं हुआ तो विश्वविद्यालय अपने पालित पोषित छात्र संगठन के द्वारा मिथिला स्टूडेंट यूनियन के खिलाफ आंदोलन शुरू करवाया जिसका स्पोंसर विश्वविद्यालय प्रशासन के ही लोग थे यह आरोप एमएसयू के छात्र नेताओं ने विश्वविद्यालय के ऊपर लगाया है।
कहा हमारे आंदोलन को समाप्त करने के लिए विश्वविद्यालय ने आंदोलन में शामिल छात्र छात्राओं और छात्र नेताओं को कॉलेज के द्वारा शो कॉज जारी करवा कर नामांकन काटने का धमकी छात्रों को देने का काम किया है। विश्वविद्यालय प्रशासन कायरता पूर्ण तरीके से छात्र आंदोलन को दबाने का कोशिश कर रहा था, जिसका जवाब आज सेकड़ो छात्रों ने आंदोलन में शामिल होकर दिया है।
विश्वविद्यालय ने हमारे आंदोलन को देखते हुए विश्वविद्यालय में अजीबो गरीब नियम लागू कर दिया है। इसके लिए आंदोलन से 7 दिन पूर्व सुचना देने की बात कही जा रही है। विश्वविद्यालय में छात्रों को जाने से रोक लगा दिया गया है।

यह छात्र आंदोलन को समाप्त करने की साजिश विश्वविद्यालय ने रचा था। छात्र दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, मानसी के दूर दराज के इलाका से आकर आंदोलन में शामिल हुए।
रैली के शक्ल में सेकड़ो छात्र विश्वविद्यालय मुख्य द्वार से लाइन बनाकर अपनी मांगो के समर्थन में नारेबाजी करते हुए आगे बढ रहे थे, लेकिन पीएनबी बैंक के समीप छात्रों को पुलिस प्रशासन ने रोक दिया इसके बाद आक्रोशित छात्रों ने उसी जगह पर बैठ कर अपना आंदोलन शुरू कर दिया।
विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ लगातार नारेबाजी करना जारी रखा छात्र मुख्य सड़क पर दरी बिछाकर बैठ गये और आंदोलन जारी रखा आंदोलन में शामिल मिथिला स्टूडेंट यूनियन के संस्थापक सदस्य अनूप मैथिल, छात्र नेता अमन सक्सेना, विद्या भूषण राय, जय प्रकाश झा, अभिषेक कुमार झा, सुमित माऊबेहटिया, नीरज चौधरी, अनिश चौधरी, नारायण मिश्रा, विकास मैथिल, उज्जवल मिश्रा, वीरेंदर कुमार, उदय नारायण झा, संदीप कुमार, अमन पाण्डेय आदि छात्र नेताओं ने कहा हम कह देना चाहते है।
विश्वविद्यालय के कुलपति और कुलसचिव से मिथिला स्टूडेंट यूनियन डरने नहीं लड़ने आया हुआ हैं पार्ट 3 रिजल्ट में धांधली के खिलाफ एमएसयू 6 दिन तक भूख हड़ताल पर रहा लोकतान्त्रिक तरीके से हर संभव प्रयास किया गया की छात्रों को न्याय मिले जब भी रिजल्ट जारी किया जाता हैं तो छात्रों को फ़ैल कर दिया जाता हैं कम नंबर दिया जाता है।
परीक्षा देने के बाबजूद छात्रों को अनुपस्थित कर दिया जाता हैं मिथिला विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक झूठ बोलते हैं उनके द्वारा कहा गया था की कोरोना के कारण सभी फ़ैल छात्रों को पास किया जाएगा रिजल्ट से असंतुष्ट छात्रों की कॉपी का पुनः जांच किया जाएगा।
लेकिन जब समय आया तो विश्वविद्यालय प्रशासन 7 नंबर ग्रेस देने पर सहमति जता रहे हैं जिसका हमलोग विरोध करते हैं हमारी मांग हैं की सभी फ़ैल छात्रों को कोरोना के कारण पास किया जाए रिजल्ट से असंतुष्ट छात्रों के कॉपी का पुनः जांच किया जाए बिना आरटीआई कम पैसा में छात्रों को कॉपी का प्रतिलिपि उपलब्ध करवाया जाए।
साथ ही मिथिला विश्वविद्यालय की ओर से जितने भी फर्जी एफआईआर एमएसयू के छात्रों पर किया गया हैं सभी वापस लिया जाए जब तक सभी मांग पूरा नहीं हो जाएगा हमलोग आंदोलन जारी रखेंगे क़हा ये आंदोलन अब छात्रों का नहीं रहा हैं।

बल्कि ये आंदोलन मिथिला स्टूडेंट यूनियन का आंदोलन हो गया हैं क्यूंकि विश्वविद्यालय ने जिस तरह से एमएसयू के आंदोलन को दबाने का कोशिश किया था उसका जवाब मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने आज बखूबी दिया हैं आंदोलन सोमवार को दिन के 12 बजे शुरू किया गया और लगभग शाम 4 बजे तक चला आंदोलन के कारण कोई भी पदाधिकारी विश्वविद्यालय नहीं पहुंचे शाम 4 बजे के करीब प्रॉक्टर अजय नाथ झा छात्रों से वार्ता करने के लिए पहुंचे।
उन्होंने आश्वासन दिया हैं कि जितने भी छात्रों को लगता हैं कम नंबर मिला हैं वैसे छात्रों को मुफ्त में कॉपी का प्रतिलिपि विश्वविद्यालय उपलब्ध करवाएगा अगर छात्रों के नंबर में किसी तरह का सुधार का गुंजाइस होगा उसे बढ़ाया जाएगा जितनी छात्रों पर एफआईआर किया गया सभी को जल्द समाप्त करवा दिया जाएगा साथ ही जितने भी छात्रों को शो कॉज दिया गया हैं।

उसपर किसी तरह का कारवाई नहीं किया जाएगा फिलहाल 7 नंबर से फ़ैल छात्रों को पास कर दिया जाएगा जिसको 1-2 दिनों में विश्वविद्यालय साइट पर अपलोड कर दिया जाएगा छात्रों को कॉपी का प्रतिलिपि 5 दिनों के अंदर सौंप दिया जाएगा।
इसके बाद आंदोलन को समाप्त किया गया कहा अगर विश्वविद्यालय प्रशासन अपनी बातो से मुकरता हैं तो एमएसयू फिर से जोरदार आंदोलन को तैयार रहेगा जिसकी पूर्णतः जवाबदेही विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।
पुलिस प्रशासन के सहयोग से आंदोलन को तत्काल समाप्त किया गया। सभी छात्र काफी खुश थे। इस मौके पर मनीष कुमार, आदित्य कुमार, रोहित कुमार, प्रीति कुमारी, मोना कुमारी, मनीषा कुमारी, नाजनी, प्रवीण, सुजीता, पंकज, विष्णु, प्रिया, राहुल रंजन, अमित रंजन, जुली कुमारी, प्रकाश कुमार, ललित कुमार, नेहा कुमारी, राज पासवान, ऋतिक राज, आदर्श, सतीश, कुंदन, जगमोहन समेत सैकड़ों छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
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