गणेश चतुर्थी उत्सव का शुक्रवार को समापन हो गया। कल ही मुर्तियों का विसर्जन भी किया गया। इस दौरान डूबने की कई घटनाएं सामने आई हैं। देश की कई राज्यों से ऐसी घटनाए आई है। उत्तर प्रदेश और हरियाणा की अलग-अलग घटनाओं में गणेश विसर्जन के दौरान कल 15 लोगों की डूबने से दर्दनाक मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, हरियाणा के महेंद्रगढ़ में झगड़ोली नहर में गणेश जी की प्रतिमा के साथ 8 लोग बह गए, जिनमें से 4 की मौत हो गई। वहीं, सोनीपत में यमुना नदी में भी 2 की मौत हो गई, 2 अभी लापता हैं। हरियाणा के महेंद्रगढ़ में अभी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
उधर, उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में भी 8 लोगों की मौत की खबर है। संत कबीर नगर में 4 बच्चे डूब गए। चारों भाई-बहन थे। सभी के शव निकाल लिए गए हैं। वहीं, ललितपुर और उन्नाव में 2-2 लोगों की विसर्जन के दौरान डूबने से मौत हो गई है।
हरियाणा में 6 लोगों की मौत
शुक्रवार शाम भगवान गणेश की प्रतिमा विसर्जित करने के दौरान छह लोगों की डूबने से मौत हो गई। महेंद्रगढ़ में चार युवक नहर में डूब गये जबकि दो सोनीपत में यमुना नदी में डूब गये। आपको बता दें कि महेंद्रगढ़ में करीब सात फुट की मूर्ति विसर्जन के लिए ले जा रही टोली जब नहर में पानी की धारा में बह गई तो नौ युवक बह गए। जिला प्रशासन ने एनडीआरएफ की मदद से बचाव अभियान शुरू किया। इस घटना में चार की मौत हो गई, अन्य को बचा लिया गया।
उत्तर प्रदेश में 9 लोगों की मौत
उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में गणेश विसर्जन के दौरान नौ लोगों के मौत की खबर सामने आ रही है। उन्नाव में तीन, संत कबीर नगर में चार, ललितपुर में दो युवकों की मौत हो गई।उन्नाव की बात करें तो यहां दो बच्चों की डूबने से तुरंत मौत हो गई। तीसरे बच्चे को इलाज के दौरान अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। जानकारी के अनुसार, बच्चे भगवान गणेश की मूर्तियों को गंगा नदी में विसर्जित करने गए थे। इस दौरान पांच बच्चे गंगा नदी में डूबने लगे। वे सभी अचानक गहरे पानी में चले गए थे। मौके पर मौजूद लोगों ने बच्चों का रेस्क्यू किया।
हालांकि, तब तक दौ की मौत हो गई थी। दूसरी घटना संत कबीरनगर की है। आमी नदी में डूबने से 4 बच्चों की मौत की बात सामने आ रही है। ये बच्चे पूजा सामग्री विर्सजन करने नदी किनारे गए थे। वे सभी अचानक गहरे पानी में चले गए और डूब गए। बाद में गोताखोरों की मदद से चारों बच्चों के शव को बाहर निकाला गया। उत्तर प्रदेश के ही ललितपुर में गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान दो युवकों की तालाब में डूबकर मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, युवक को बचाते हुए तालाब में कूदे मुस्लिम युवक की भी मौत हो गई।
महेंद्रगढ़ में करीब सात फुट की मूर्ति विसर्जन के लिए ले जा रही टोली जब नहर में पानी की धारा में बह गई तो नौ युवक बह गए। जिला प्रशासन ने एनडीआरएफ की मदद से बचाव अभियान शुरू किया। इस घटना में चार की मौत हो गई, अन्य को बचा लिया गया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ट्वीट कर कहा है कि महेंद्रगढ़ और सोनीपत जिलों में गणपति विसर्जन के दौरान डूबने से कई लोगों की असमय मौत की खबर दिल दहला देने वाली है. खट्टर ने कहा, हम सभी इस कठिन समय में मृतकों के परिवारों के साथ खड़े हैं। एनडीआरएफ की टीम ने कई लोगों को डूबने से बचाया है। मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
लोगों के नहर में बहने की सूचना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। महेंद्रगढ़ के सरकारी अस्पताल में सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। पूर्व शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा मौके पर पहुंचे। फिलहाल नहर के पानी को रुकवा दिया गया है।
वहीं लोगों ने मांग की कि मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपए और सरकारी नौकरी दी जाए। इसके बाद ही वह दाह संस्कार करेंगे। इस पर महेंद्रगढ़ के एसडीएम वकील अहमद ने बताया कि डीसी डॉक्टर जेके आभीर से बात की तो उन्होंने बताया कि इसके बारे में सीएम मनोहर लाल को अवगत करवा दिया है। सरकार जो भी फैसला लेगी उसी के अनुसार मृतकों के परिजनों की सहायता की जाएगी। इसी आश्वासन पर परिजनों ने शवों का दाह संस्कार किया।
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