सीतामढ़ी के सरकारी स्कूल मिड-डे-मील खाने से 75 बच्चे बीमार पड़ गए। यह मामला डुमरा प्रखंड के मध्य विद्यालय पंचायत भवन रिखौली स्कूल का है।
घटना डुमरा प्रखंड क्षेत्र के भासर मच्छहां दक्षिणी ग्राम पंचायत रिखौली महादेव मठ स्थित प्राथमिक विद्यालय पंचायत भवन रिखौली की है। यहां मध्यान भोजन में छिपकली गिरने के बात जंगल के आग की तरह पूरे गांव में फैल गई।
देखते ही देखते ग्रामीणों ने स्कूल में जुटना शुरू कर दिया। वहीं भीड़ को देखते हुए विद्यालय प्रबंधन से गेट को बंद कर दिया। विद्यालय पहुंचे परिजनों ने अपने अपने बच्चो को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डुमरा में भर्ती कराया। कुछ बच्चों को सीतामढ़ी सदर अस्पताल में भेज दिया गया।
घटना के बाद गांव में सनसनी फैल गई। फिलहाल बीमा छात्र-छात्राओं के परिजनों में हलचल मची हुई है। वही स्कूल के हेड मास्टर के प्रति ग्रामीणों का गुस्सा काफी है। फिलहाल स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अस्पताल में पुलिस के साथ-साथ पदाधिकारी पहुंचकर मामले की जांच कर रहे हैं।
लोगों का कहना है कि स्कूल प्रबंधन की लापरवाही के कारण बच्चों का ऐसा हाल हुआ है। पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले और बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ करने वाले पर कड़ी कार्रवाई करे।
अभी भी मिड डे मिल से जुड़ी समस्या का निजात होता नजर नहीं आ रहा है। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला सीतामढ़ी से निकल कर सामने आ रहा है। जहां मिड डे मील के बाद 75 बच्चों की तबीयत बिगड़ गयी है।
इसमें बाद इनलोगों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मिली जानकारी के अनुसार, डुमरा प्रखंड के मध्य विद्यालय में मिड डे मील खाने के बाद 75 बच्चों की तबीयत खराब हो गई।
जानकारी के अनुसार, डुमरा प्रखंड के मध्य विद्यालय में मिड डे मील खाने के बाद 75 बच्चों की तबीयत खराब हो गई। इसके बाद टेंपो व एंबुलेंस पर लादकर बच्चों को डुमरा पीएचसी व सदर अस्पताल ले जाया गया। इसको लेकर पीएचसी प्रभारी ने बताया कि उनके यहां लगभग 50 बच्चों का इलाज हुआ। वहीं सदर अस्पताल में 25 बच्चे इलाज के लिए लाए गए थे।
बताया जा रहा है कि, उल्टी, पेट दर्द व सिरदर्द की शिकायतें मिलने पर टेंपो व एंबुलेंस पर लादकर बच्चों को डुमरा पीएचसी व सदर अस्पताल ले जाया गया। सूचना मिलने पर ग्रामीणों ने विद्यालय पहुंचकर हंगामा किया। आक्रोश देखकर विद्यालय के शिक्षक, रसोइया भाग खड़े हुए। डुमरा थाने की पुलिस व विभागीय पदाधिकारी ने मौके पर पहुंचकर सभी को शांत कराया।
इसके बाद टेंपो व एंबुलेंस पर लादकर बच्चों को डुमरा पीएचसी व सदर अस्पताल ले जाया गया। इसको लेकर पीएचसी प्रभारी ने बताया कि उनके यहां लगभग 50 बच्चों का इलाज हुआ। वहीं सदर अस्पताल में 25 बच्चे इलाज के लिए लाए गए थे।
बच्चों खराब होती स्थिति को देखते हुए उन्हें इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इसको लेकर पीएचसी प्रभारी ने बताया कि उनके यहां लगभग 50 बच्चों का इलाज हुआ। वहीं सदर अस्पताल में 25 बच्चे इलाज के लिए लाए गए थे।
डीपीओ एमडीएम आयुष कुमार का कहना है कि बच्चों को भोजन कराया जा रहा था। अफवाह फैली कि भोजन में छिपकली मिली है, या जिस पेड़ के नीचे भोजन कराया जा रहा था उस पर से कोई चीज गिरी है। इसके बाद बच्चे बीमार पड़ने लगे।
उल्टी, पेट दर्द व सिरदर्द की शिकायतें मिलने पर टेंपो व एंबुलेंस पर लादकर बच्चों को डुमरा पीएचसी व सदर अस्पताल ले जाया गया। सूचना मिलने पर करीब तीन बजे वह छानबीन के लिए पहुंचे।
कक्षावार बच्चों को भोजन कराया जाता है। शुरुआत में पहली कक्षा के बच्चों को भोजन कराया जा रहा था। मेनू में सोयाबीन, आलू और चावल था। कुल मिलाकर 179 बच्चे उपस्थित थे।
परिजनों ने बताया के स्कूल में मध्यान भोजन खाने के दौरान बच्चों ने पेट में दर्द की शिकायत की। इसको लेकर परिजनों ने बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया। सभी का इलाज जारी है।
सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉक्टर सुधा झा ने बताया कि सभी बच्चों को चिकित्सकों की टीम के द्वारा पूरी तत्परता से जांच कर उपचार किया जा रहा है। बच्चों की स्थिति अभी ठीक है। उक्त मामले को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रमोद कुमार साहू ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है।
इसको लेकर डीपीओ को घटना स्थल पर भेजा गया है। जांच होने के उपरांत दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं उन्होंने बताया है कि पूर्व में भी ग्रामीणों की ओर से प्रधानाध्यापक को तंग करने को लेकर इस तरह की घटना ग्रामीणों की ओर से फैलाई गई थी।