जेद्दा से आई एक खबर ने बॉलीवुड गलियारों में हलचल मचा दी है। रेड सी फिल्म फेस्टिवल में पहुंचीं अदाकारा आलिया भट्ट ने न सिर्फ अपनी बेटी राहा को लेकर कुछ दिलचस्प बातें बताईं, बल्कि पाकिस्तान में काम करने और नेपोटिज्म जैसे संवेदनशील मुद्दों पर भी खुलकर अपनी राय रखी। क्या कहा आलिया ने, जिसने सबको चौंका दिया, जानने के लिए पढ़िए पूरी खबर।
बॉलीवुड अभिनेत्री आलिया भट्ट इन दिनों सऊदी अरब के जेद्दा में आयोजित रेड सी फिल्म फेस्टिवल में शिरकत कर रही हैं। इस प्रतिष्ठित समारोह में उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान अपनी निजी और पेशेवर जिंदगी से जुड़े कई अहम सवालों के जवाब दिए, जिसने सबका ध्यान खींचा।
काम के लिए पाकिस्तान जाने पर आलिया का स्पष्टीकरण
फेस्टिवल के दौरान आलिया से जब एक फैन ने पाकिस्तान में काम करने की संभावना पर सवाल किया, तो अभिनेत्री ने सीधे जवाब देने से परहेज किया। हालांकि, उन्होंने यह साफ कर दिया कि उन्हें काम के सिलसिले में जहां भी जाने की जरूरत होगी, वह जाएंगी। उनके इस बयान को काम के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के रूप में देखा जा रहा है।
इसी बातचीत के दौरान आलिया भट्ट ने नेपोटिज्म (भाई-भतीजावाद) के मुद्दे पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा, ‘कुछ योगदान देना, सब कुछ माफ है।’ यह टिप्पणी बॉलीवुड में अक्सर बहस का विषय बनने वाले नेपोटिज्म पर उनकी परिपक्व सोच को दर्शाती है।
बेटी राहा के सवालों से जुड़ा मां का नया अनुभव
आलिया ने अपनी बेटी राहा के बारे में भी कुछ दिल छू लेने वाली बातें साझा कीं। उन्होंने बताया कि अब राहा उनसे काम को लेकर सवाल-जवाब करने लगी है। आलिया के मुताबिक, ‘राहा का अब पैपराजी के साथ एक अलग ही रिश्ता बन गया है और वह इतनी बड़ी हो गई है कि मुझसे पूछ सकती है कि मैं कहां जा रही हूं और कब वापस आऊंगी।’ यह बात उन्होंने एक मां के रूप में अपनी बेटी के बढ़ते जुड़ाव को दर्शाते हुए कही।
अतीत और वर्तमान के अनुभवों पर आलिया का चिंतन
बातचीत के दौरान आलिया ने अपने फिल्मी करियर के शुरुआती दिनों को भी याद किया। उन्होंने बताया, ‘जब मैं छोटी थी, मैं अभी भी जवान हूं, लेकिन जब मैं 20 की उम्र में थी, तो मैं हर चीज में हाथ आजमाती रहती थी, सब कुछ करने की कोशिश करती थी। 17-18 साल की उम्र में मैं बहुत ज्यादा उत्साहित और जोश से भरी हुई थी, और बहुत मेहनत करती थी, क्योंकि यह स्वाभाविक है।’
उन्होंने आगे कहा कि अब एक दशक से ज्यादा समय बीत जाने के बाद, किसी भी स्थिति को देखने का उनका नजरिया बदल गया है। ‘मैं अभी भी उत्साहित और जोश से भरी हुई हूं, लेकिन मेरा नजरिया अब ज्यादा शांत है, इसमें थोड़ा ज्यादा इरादा शामिल है।’
अभिनेत्री ने एक दिलचस्प बात यह भी जोड़ी कि वह अपने भीतर की उस 18 साल की लड़की को थामे रखना चाहती हैं जो बहादुर और निडर थी, जिसे पता नहीं था कि आगे क्या होगा, जिसके पास कोई जवाब नहीं था, जो किसी भी कमरे में जाती और अपना सब कुछ दे देती। उन्होंने आखिर में कहा, ‘मुझे लगता है कि अब सफलता, असफलता और ज्ञान के साथ, कभी-कभी आप थोड़े ज्यादा संदेह में रहने लगते हैं।’ यह उनकी परिपक्वता और अनुभव के साथ आने वाले अंतर्द्वंद्व को दर्शाता है।


