Amit Shah West Bengal Visit: राजनीतिक सरगर्मी के बीच, जहां बंगाल की धरती पर हर कदम एक नई चाल बुनता है, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का तीन दिवसीय दौरा राज्य की चुनावी बिसात पर शतरंज की अगली चाल तय करने वाला है। यह दौरा आगामी विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा के लिए संजीवनी बूटी साबित हो सकता है।
Amit Shah West Bengal Visit: चुनावी शंखनाद और कोर कमेटी की बैठकें
Amit Shah West Bengal Visit: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन बुधवार को कोलकाता में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ दो महत्वपूर्ण बैठकें कीं। पार्टी सूत्रों के अनुसार, शाह ने उत्तरी कोलकाता के थंथानिया काली मंदिर में पूजा-अर्चना भी की। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह दौरा राज्य में अगले साल मार्च-अप्रैल में संभावित विधानसभा चुनावों से पहले हो रहा है, जो भाजपा के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री ने पूर्वाह्न लगभग 11:30 बजे एक होटल में पार्टी के निर्वाचित प्रतिनिधियों से संवाद किया। इसके बाद वे दोपहर लगभग 1:45 बजे साइंस सिटी सभागार पहुंचे, जहां उन्होंने जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना। अपराह्न 3:30 बजे, भाजपा नेता ने देवी काली मंदिर का दौरा किया और फिर नयी दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
इससे पहले, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कोलकाता में भाजपा की कोर टीम और प्रवासी मजदूरों के साथ एक अहम भाजपा रणनीति बैठक की। इस बैठक में बंगाल राज्य भाजपा अध्यक्ष सामिक भट्टाचार्य, पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार जैसे प्रमुख नेता उपस्थित थे। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
पश्चिम बंगाल की विरासत और विकास का एजेंडा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने पूर्वी राज्य के दौरे के दौरान दावा किया कि पश्चिम बंगाल के लोग राज्य की विरासत को पुनर्जीवित करने, विकास को गति देने और ‘गरीब कल्याण’ को प्राथमिकता देने के लिए भाजपा सरकार का समर्थन करने को तैयार हैं। उन्होंने ममता बनर्जी सरकार पर ‘कुशासन’ और अवैध घुसपैठ का आरोप लगाते हुए तीखा हमला बोला। यह सब भाजपा रणनीति का ही हिस्सा है।
मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, ’30 दिसंबर भारतीयों के लिए गर्व का दिन है क्योंकि इस दिन 1943 में बंगाल के सपूत सुभाष चंद्र बोस ने पोर्ट ब्लेयर में भारतीय ध्वज फहराया था।’ उन्होंने आगे कहा कि यह बंगाल के लिए भी एक महत्वपूर्ण समय है, जो आज से शुरू होकर अप्रैल तक चलेगा, क्योंकि राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। बंगाल के लोगों ने एक ऐसी मजबूत सरकार चुनने का संकल्प लिया है जो उन्हें डर, भ्रष्टाचार, कुशासन और घुसपैठ के बजाय विरासत, विकास और कल्याण प्रदान करे।




