Mumbai BMC Election: राजनीति के अखाड़े में दांव-पेंच का खेल जारी है, जहाँ गठबंधन की बिसात पर मोहरे सजाए जा रहे हैं। कई दिनों की गहन विचार-विमर्श और मैराथन बैठकों के बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने आखिरकार बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) चुनावों के लिए सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया है।
Mumbai BMC Election: क्या है भाजपा और शिंदे सेना का चुनावी फॉर्मूला?
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, महायुति गठबंधन के भीतर तय हुए समझौते के तहत, भाजपा 140 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि एकनाथ शिंदे की शिवसेना 87 सीटों पर अपनी किस्मत आजमाएगी। बीएमसी चुनाव के लिए मतदान 15 जनवरी को राज्य के अन्य सभी नगर निगमों के साथ होगा। वोटों की गिनती 16 जनवरी को निर्धारित की गई है।
यह महत्वपूर्ण घटनाक्रम उन अफवाहों के बीच आया है, जिनमें दोनों सहयोगी दलों के बीच असंतोष की खबरें सामने आ रही थीं। हालांकि, भाजपा और शिंदे सेना दोनों ने इन अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। सूत्रों का कहना है कि 200 सीटों के लिए सीट बंटवारे की व्यवस्था को अंतिम रूप दे दिया गया है और शेष 27 सीटों पर अभी भी बातचीत जारी है।
असंतोष की इन खबरों के बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पहले ही शिवसेना का पुरजोर समर्थन किया था और भाजपा नेताओं को शिंदे की पार्टी पर सार्वजनिक रूप से हमला करने से बचने का निर्देश दिया था। यह एक महत्वपूर्ण कदम था, जिसने गठबंधन में स्थिरता का संदेश दिया।
एकजुटता का संदेश और महायुति का दबदबा
शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए, मुख्यमंत्री ने एक बार फिर दोहराया कि भाजपा और शिवसेना एकसाथ हैं और उन्हें औपचारिक रूप से गठबंधन की घोषणा करने की कोई आवश्यकता नहीं है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। उन्होंने कहा, “भाजपा और शिवसेना एकजुट हैं। सब कुछ सुचारू रूप से चल रहा है। हमें औपचारिक रूप से गठबंधन की घोषणा करने की आवश्यकता नहीं है।”
हाल ही में हुए महाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनाव में भी महायुति दल का दबदबा स्पष्ट रूप से देखने को मिला था। महाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनावों और नगर परिषद एवं नगर पंचायत चुनावों में, जिसमें उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) भी शामिल थी, महायुति गठबंधन ने शानदार प्रदर्शन किया। इन चुनावों के लिए मतदान दो चरणों में, 2 दिसंबर और 20 दिसंबर को हुआ था, और परिणाम महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) द्वारा घोषित किए गए थे। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, भाजपा ने नगर अध्यक्षों के 117 पद जीते, जबकि शिवसेना ने 53 पदों पर जीत हासिल की। एनसीपी ने 37, कांग्रेस ने 28, शिवसेना (यूबीटी) ने नौ और एनसीपी (एसपी) ने सात पद अपने नाम किए। एसईसी ने यह भी बताया कि पांच सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों ने और 28 सीटें गैर-मान्यता प्राप्त पंजीकृत पार्टियों ने जीतीं, जो राज्य की स्थानीय राजनीति में विविधता को दर्शाती है।



