मुजफ्फरपुर जिला के गायघाट प्रखंड क्षेत्र के बेनीबाद ओपी स्थित मधुरपट्टी घाट के आसपास के लोगों, वहां के बच्चों की जिंदगी, आम लोगों की सांसें उस रस्सी जैसी है, उसी में बंधी है जो तने-तने हालातों में चल रही हैं। रस्सी टूटी, जीवन का आस टूटा।
आखिर, रस्सी के सहारे नाव को पार कराया जा रहा था। वह रस्सी अचानक से टूट गई। इससे इतना बड़ा हादसा हो गया है। इस नाव हादसे में अभी भी पांच छात्रा समेत बारह लोग लापता ही हैं। 32 लोगों से भरी नाव नदी में डूब गई। नाव पर ज्यादातर स्कूली बच्चे थे। हादसा सुबह साढ़े 9 बजे गायघाट थाना क्षेत्र के बेनीबाद में हुआ है। पढ़िए दीपक कुमार की रिपोर्ट
अब तक 20 लोगों को बाहर निकाल लिया गया। नदी की तेज बहाव में 12 लोग बह गए, जिनकी तलाश की जा रही है। इनमें ज्यादातर बच्चे ही हैं। सभी मधुरपट्टी गांव के निवासी हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की तलाशी अभियान को ग्रामीणों का सहयोग मिल रहा है।
मगर, सवाल हैं जो पूछे ही जाएंगें। इन नाव हादसे का जिम्मेदार कौन? 75 फीसद स्कूलों में उपस्थिति या सिस्टम का लोचा। लोग कह रहे, बच्चों की पढ़ाई जरूरी है। स्कूलों में उपस्थिति जरूरी है। मगर, सिस्टम यह नहीं देख रहा, आज भी बच्चे नाव पर लदकर स्कूल जाने को मजबूर है।
गुरुवार सुबह नाव बागमती नदी में पलट गई। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। बिहार के मुजफ्फरपुर में गुरुवार को बागमती नदी में बड़ा हादसा हो गया है। बताया जा रहा है कि नदी में बहाव तेज होने की वजह से रस्सी के सहारे नाव को पार कराया जा रहा था। तभी रस्सी अचानक टूट गई। नाव नदी में पलट गई।
गांव में पुल नहीं होने की वजह से बच्चे और आसपास के लोग इसी तरह से आते-जाते थे। गायघाट और बेनीबाद पुलिस के साथ SDRF-NDRF की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है।
उधर, मुजफ्फरपुर में ही एसकेएमसीएच में नवनिर्मित पीकू वार्ड का उद्घाटन करने पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि डीएम और अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। जो भी हताहत होगा सरकार उसके परिवार की मदद करेगी।बागमती नदी का बहाव तेज होने से 32 लोगों से भरी नाव पलट गई।
रस्सी के सहारे नाव पार करा रहे थेडीएसपी पूर्वी शहरयार ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। लोगों से भी घटना की जानकारी ली जा रही है। कितने बच्चे और लोग नाव पर सवार थे, यह स्पष्ट नही हो सका है। रस्सी के सहारे नाव को पार कराया जा रहा था। वह रस्सी अचानक से टूट गई थी। जिससे हादसा हो गया है।
हादसे की जानकारी लगते ही ग्रामीण नदी के पास जुट गए। 12 लोग अब भी लापता हैं। उनके लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। डीएम बोले-14-15 लोग बाहर आ गए हैं…
डीएम प्रणव कुमार ने बताया कि सभी टीमें रेस्क्यू में लगी हुई हैं। कितने लोग डूबे हैं।लापता लोगों की सूची आया हैं। 14 से 15 लोग बाहर आ गए हैं। हमारी पहली प्राथमिकता लोगों को सुरक्षित निकालना है।
एसडीओ बोले-किनारे पर पलटी नावएसडीओ पूर्वी अमित कुमार ने बताया कि हमारा मेन फोकस बच्चों को सुरक्षित निकालने पर है। कितने लोग डूबे हैं उसका अभी कोई क्लियर आंकड़ा नहीं है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू शुरू कर दिया है। डूबने वालों में बच्चे, महिलाएं, युवा, बुजुर्ग सभी हैं। नाव किनारे पर पलटी थी, इसलिए कई लोग बचकर बाहर आ गए।
नाव से स्कूल जा रहे थे बच्चे मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि रोज की तरह गुरुवार को नाव पर सवार होकर बच्चे स्कूल जा रहे थे। नाव पर 30 से ज्यादा बच्चे थे। बहाव तेज होने की वजह से नाव का संतुलन बिगड़ा और वो पलट गई। हादसे के बाद नाव सवार बच्चों में चीख पुकार मच गई।
कई सालों से हो रही थी पुल की मांगबताया जा रहा है कि जिस जगह ये हादसा हुआ है वहां के लोग कई सालों से पुल की मांग कर रहे हैं। शॉर्टकट के चक्कर में लोग नाव का इस्तेमाल करते हैं। बच्चे भी शॉर्टकट के चक्कर में ही नाव से ही स्कूल आना-जाना करते हैं।
लापता 12 लोगों के नाम सामने आए, इसमें बच्चे ज्यादारीतेश कुमार पिता राम जीवन राय, बेबी कुमारी पिता जगदीश राय,गणिता देवी पति राम दयाल चौपाल,सुष्मिता कुमारी (16) पिता लक्ष्मी राय, शिवजी चौपाल पिता ध्यानी चौपाल,शमशुल पिता अयूब सजदा बानो (16) पिता मो. सफी, वसीम (11) पिता मो. इस्माइल, अजमत (4) पिता मो. नौशाद, पिंटू सहनी पिता राजदेव सहनी, मिंटू (20) पिता राजदेव, कामिनी कुमारी (16) पिता राजेश राय
घटनास्थल पर डीएम, एसडीओ, एसडीएम, बीडीओ, सीओ, थानाध्यक्ष गायघाट, बेनीबाद ओपी प्रभारी, राजद विधायक निरंजन राय, सासंद अजय निषाद, भाजपा जिलाध्यक्ष रंजन कुमार आदि पहुंचकर पीड़ित परिवार से मिलकर सांत्वना दी है। उचित मुआवजे का आश्वासन दिया हैं।