पूर्णिया जिलें में सिपाही भर्ती परीक्षा रद होने पर एक अभ्यर्थी बलुआ गांव के रहने वाले सूरज कुमार ने बुधवार को जहर खा लिया। परिजनों ने उसे तुरंत जीएमसीएच में भर्ती कराया। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई।
सूरज पटना में रहकर खान सर की क्लास में सिपाही भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रहा था। सिपाही भर्ती के लिए पहले चरण की परीक्षा एक अक्टूबर को हुई थी। इसका पेपर लीक हो गया था। इसी को लेकर मंगलवार को सारे एग्जाम कैंसिल कर दिए गए।
परिजनों ने बताया कि सूरज सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने से डिप्रेशन में था। वह पिछले तीन साल से सिपाही भर्ती परीक्षा की लिखित और फिजिकल परीक्षा की तैयारी कर रहा था।
सात अक्टूबर को दूसरे चरण की परीक्षा होनी थी। उसी दिन सूरज का भी एग्जाम था। परिजनों ने बताया कि सूरज सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने से डिप्रेशन में था। वह पिछले तीन साल से सिपाही भर्ती परीक्षा की लिखित और फिजिकल परीक्षा की तैयारी कर रहा था।
सूरज इग्नू सेंटर से इसी साल पॉलिटिकल साइंस से स्तातक की पढ़ाई पूरी की है। वो पूर्णिया यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करता था। सूरज पटना में रहकर खान सर की कोचिंग में पिछले 2 साल से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था।
परीक्षा को लेकर सूरज ने तीन महीने से कोचिंग जाना बंद कर दिया था। दो महीने पहले ही वो अपने घर आया था। सूरज का बचपन से ही पुलिस में जाने का सपना था। इसी को लेकर उसने एनसीसी भी जॉइन की थी।
केंद्रीय चयन पर्षद ने 1 अक्टूबर को हुए बिहार पुलिस में सिपाही बहाली की परीक्षा को कैंसिल कर दिया है। इस बारे में मंगलवार को पर्षद की तरफ से आधिकारिक तौर पर बयान जारी किया गया है। दोनों पालियों की परीक्षा कैंसिल की गई है।
सात और पंद्रह अक्टूबर को भी जो परीक्षा होने वाली थी, उसे भी अगले आदेश तक कैंसिल कर दिया गया है। इस भर्ती के जरिए बिहार में 21,391 नए जवानों की भर्ती की जानी है। रविवार को हुई परीक्षा के दौरान पटना में नकल करते हुए 6 कैंडिडेट्स पकड़े गए थे।
इनके पास से आंसर-की मिली। पांच परीक्षार्थियों की आंसर-की प्रश्न पत्र से मैच हो गई थी। इस मामले में राज्य के 21 जिलों में 67 एफआईआर दर्ज हुई है। इस केस को आर्थिक अपराध इकाई ने जांच और कार्रवाई के लिए टेक ओवर कर लिया है।