हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और लैंडस्लाइड से फिर तबाही का मंजर है। यहां सोलन जिले के कंडाघाट उपमंडल की ममलीग उप-तहसील के जदों गांव में बादल फटने एक ही परिवार के सात लोगों की मौत हो गयी है।
जानकारी के अनुसार,सोलन जिले में सोमवार को बादल फटने से अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण कम से कम सात लोग जिंदा दफन हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। यह आपदा राज्य की राजधानी से करीब 60 किलोमीटर दूर धवला उप-तहसील के जादोन गांव में रविवार रात करीब 1.30 बजे घटी।
अभी तक चार शवों को निकाला गया है। अन्य तीन की तलाश जारी है। वहीं परिवार के दो सदस्यों रितु राम और कमलेश का रेस्क्यू कर लिया गया है। फ्लैश फ्लड की वजह से दो घर और एक गौशाला भी बह गया है।
सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि मृतकों की शिनाख्त हरनाम (38), कमल किशोर (35), हेमलता (34), राहुल (14), नेहा (12), गोलू (8) और रक्षा (12) के रूप में की गयी है।
इसके अलावा भूस्खलन के कारण शिमला के समर हिल इलाके में एक शिव मंदिर में कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। बचाव अभियान चलाया जा रहा है। राज्य में भारी बारिश के मद्देनजर सभी स्कूल और कॉलेज को सोमवार को बंद रखने का आदेश दिया गया है।
इतना ही नहीं कई लोगों के घरों में मलबा भर गया है। बादल फटने की वजह से आया फ्लैश फ्लड अपने साथ कई गाड़ियां बहा कर ले गया। बादल फटने के कारण दोनों तरफ से सड़के टूट गयी है। इसकी वजह से रेस्क्यू टीम को घटनास्थल पर पहुंचने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। रेस्क्यू टीम पैदल घटनास्थल पर पहुंची।
इधर मौसम विभाग ने आज भी हिमाचल प्रदेश में बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। जिसे देखते हुए सभी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिये गये हैं। शिमला में भी भारी बारिश की वजह से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
तेज हवाओं और बारिश की वजह से पेड़ गिरने गाड़ियों दब गयी हैं. ऐसे में सीएम सुक्खू ने आज सभी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का फैसला किया है। भारी बारिश के चलते हिमाचल का मंडी जिला भी त्राहिमाम है।
पूरा शहर पानी से भर गया है। सड़क पर भी कई फीट पानी भर गया है। वहीं सोलन जिले के परवाणू के पास चक्की मोड पर लैंडस्लाइड के चलते चंडीगढ़ कालका शिमला हाईवे को बंद किया गया है।