BMC Election: महाराष्ट्र की सियासत में इन दिनों हर दिन नए समीकरण गढ़े जा रहे हैं, जहां कभी धुर विरोधी रहे दल भी अपने सियासी नफा-नुकसान को देखते हुए एक साथ आ रहे हैं। इसी कड़ी में अब मुंबई महानगरपालिका के चुनावों से पहले कांग्रेस और वंचित बहुजन आघाडी (VBA) का हाथ मिलाना, तूफान से पहले की उस शांति जैसा है, जो बता रहा है कि मुंबई के सियासी समंदर में बड़ी हलचल तय है।
बृहन्मुंबई महानगरपालिका चुनाव: कांग्रेस और VBA ने मिलाया हाथ, मुंबई में बीजेपी के खिलाफ बिछी नई सियासी बिसात
बृहन्मुंबई महानगरपालिका चुनाव: गठबंधन का उद्देश्य और स्थानीय रणनीति
BMC Election: बीएमसी चुनाव में कांग्रेस और वंचित बहुजन आघाडी (VBA) का साथ आना महाराष्ट्र की राजनीतिक पिच पर एक महत्वपूर्ण पारी की शुरुआत मानी जा रही है। लंबे अरसे से अलग-थलग चल रही ये दोनों पार्टियां अब मुंबई महानगरपालिका के आगामी चुनावों में साझा रणनीति के तहत मिलकर कदम बढ़ाती नजर आएंगी। इस गठबंधन का मुख्य उद्देश्य अल्पसंख्यक, दलित और वंचित वर्गों के साथ-साथ उन शहरी मतदाताओं को भी एक साथ लाना है, जो मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य से नाराज हैं। समझौते के तहत, राज्य की कुल 28 महानगरपालिकाओं में उम्मीदवारों का चयन और चुनावी रणनीति तय करने का अधिकार स्थानीय स्तर पर संबंधित नेतृत्व को दिया गया है। इसका सीधा अर्थ है कि हर वार्ड में जमीनी समीकरणों, स्थानीय नेताओं की पकड़ और जीत की संभावनाओं को गहराई से परखने के बाद ही सीटों के बंटवारे पर अंतिम मुहर लगेगी। मुंबई की राजनीति में यह नया समीकरण सत्ताधारी दलों और अन्य विपक्षी खेमों के लिए एक बड़ी चुनौती पेश कर सकता है, साथ ही यह मुंबई की सियासी बिसात पर नए समीकरणों को भी जन्म देगा।
कांग्रेस और VBA ने स्पष्ट किया है कि मुंबई की कुल 227 सीटों में से वंचित बहुजन आघाडी 62 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। वहीं, राज्य की अन्य 25 महानगरपालिकाओं के लिए गठबंधन संबंधी निर्णय स्थानीय नेताओं के विवेक पर छोड़ दिया गया है। दोनों दलों के प्रदेश नेतृत्व ने इस संबंध में स्थानीय इकाइयों को पूरे अधिकार सौंप दिए हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने इस मौके पर कहा कि कांग्रेस के स्थापना दिवस पर इस गठबंधन की घोषणा का अपना एक विशेष महत्व है। कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय तिलक भवन में हर्षवर्धन सपकाल और वंचित बहुजन आघाडी के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धैर्यवर्धन पुंडकर ने संयुक्त रूप से इस गठबंधन का ऐलान किया। सपकाल ने जोर देते हुए कहा कि यह गठबंधन बीएमसी चुनावों में बीजेपी को सत्ता से दूर रखने के लिए एक स्वाभाविक प्रयास है। उन्होंने बीजेपी सरकार पर प्रशासकों के जरिए बीएमसी में भ्रष्टाचार के नए कीर्तिमान स्थापित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस और VBA मिलकर बीजेपी के इसी भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाएंगे। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
बीजेपी के भ्रष्टाचार पर वार, संवैधानिक मूल्यों पर एकजुटता
हर्षवर्धन सपकाल ने आगे बताया कि कांग्रेस और वंचित बहुजन आघाड़ी का यह गठबंधन वैचारिक रूप से भी एक स्वाभाविक मेल है, क्योंकि दोनों दल समान विचारधारा रखते हैं और संवैधानिक मूल्यों से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करते। उन्होंने याद दिलाया कि वर्ष 1998 और 1999 के चुनावों में भी इन दोनों दलों ने एक साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। अब पूरे 25 वर्षों के बाद ये दोनों दल एक बार फिर साथ आए हैं। इस प्रक्रिया में थोड़ा समय जरूर लगा, लेकिन एक नए और निर्णायक अध्याय की शुरुआत हो चुकी है। यह गठबंधन मुंबई की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाने की क्षमता रखता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
बीजेपी को रोकने की मुहिम और सीटों का गणित
वीबीए के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धैर्यवर्धन पुंडकर ने अपने संबोधन में कहा कि देश को बांटने वाली बीजेपी को रोकने के लिए दोनों दल एकजुट हुए हैं। उन्होंने गठबंधन के लिए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष की सकारात्मक पहल और अग्रणी भूमिका की सराहना की। मुंबई महानगरपालिका के चुनावों में वंचित बहुजन आघाडी 62 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, यह बात उन्होंने दोहराई। वीबीए के प्रदेश उपाध्यक्ष सिद्धार्थ मौकले ने इस गठबंधन के संदर्भ में कहा कि सीटों के बंटवारे पर चर्चाएं कभी भी पूरी तरह से संतोषजनक नहीं होतीं, लेकिन कहीं न कहीं एक ठहराव पर पहुंचना आवश्यक होता है। उन्होंने दोनों पक्षों के बीच हुई सकारात्मक चर्चाओं को इस गठबंधन की सफलता का श्रेय दिया। मुंबई महानगरपालिका के लिए इस गठबंधन की घोषणा तिलक भवन में आयोजित संयुक्त प्रेस वार्ता में की गई, जहां कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल के साथ सचिन सावंत और अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित थे। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।







