नवादा से इंडसइंड बैंक के लापता मैनेजर विनय कुमार सिंह का नालंदा में रेलवे ट्रैक पर लाश मिली है। कर्ज के कारण खुदकुशी की आशंका जतायी जा रही है। वहीं, उन्हें जुआ खेलने की आदत थी, यह बात भी सामने आई है।
हनुमान नगर से शनिवार को मॉर्निंग वॉक में चाय पीने निकले बैंक मैनेजर फिर कभी घर नहीं लौटे। परिजनों ने अनहोनी की आशंका जताई। थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई।
परिवार बक्सर में रहता है। परिजनों को अनहोनी की आशंका हुई तो नवादा पहुंचकर अपहरण का केस दर्ज कराया था। वहीं बिहार शरीफ के तुंगी रेलवे हॉल्ट के पास उसकी लाश मिली है। तब पुलिस ने मंगलवार को बिहारशरीफ में रेलवे ट्रेक पर पड़ी लाश बरामद किया जो मैनेजर का निकला। पुलिस ने बताया कि विजय जुआ खेलने के शौकीन थे। कर्ज में डूबे थे। कर्ज के टेंशन के कारण ही ट्रेन से कटकर उन्होंने खुदकुशी कर ली है। पढ़िए पूरी खबर
बताया जाता है कि मृतक बैंक मैनेजर ऑनलाइन जुआ खेलता था जिसके कारण वह काफी कर्ज में डूब गया था। कई लोगों से कर्ज के रूप में लाखों रुपये भी ले रखे थे। इसके कारण मैनेजर काफी डिप्रेशन में चल रहा था। पुलिस का कहना है कि उन्होंने ट्रेन से कटकर खुदकुशी की है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर उनके परिजनों को सौंप दिया है। मैनेजर विनय कुमार सिंह किसान के बेटे थे। घर के इकलौते पुत्र थे।
जानकारी के अनुसार, बैंक के लापता मैनेजर विनय कुमार सिंह शनिवार से ही लापता थे। पुलिस ने जांच और फोन कॉल ट्रेस करके पता लगाया जहां उनकी मिली है। शनिवार को वह मॉर्निंग वॉक पर निकले थे ,जिसके बाद से लापता हो गए। परिवार बक्सर में रहता है ।परिजनों को अनहोनी की आशंका हुई तो नवादा पहुंचकर अपहरण का केस दर्ज कराया था।बिहार शरीफ के तुंगी रेलवे हॉल्ट के पास उसकी लाश मंगलवार को मिली है।
परिवार की ओर से प्राथमिकी दर्ज कराते ही पुलिस एक्शन में आ गई थी।पुलिस को लगा कि कहीं मैनेजर का अपहरण तो नहीं हो गया।पुलिस ने इस मामले की गहराई से जांच की और मोबाइल सर्विलांस के आधार पर बिहारशरीफ के तुंगी रेलवे हॉल्ट के पास रेलवे ट्रैक के बीचों बीच क्षत-विक्षत अवस्था में मैनेजर का शव बरामद कर लिया।
नवादा के एसपी अम्बरीष राहुल ने बताया कि प्रथम द्रष्टा नालंदा जिले में मोबाइल ट्रेसिंग में रहने का पता चला। बाद में पता चला कि तुंगी हाल्ट के निकट रेलवे ट्रैक पर लाश मिली है। जो सदर अस्पताल बिहारशरीफ में रखी है। इसकी सूचना मैनेजर के परिजनों को दी गई ।जब उनके पिता तथा परिजन बिहार शरीफ सदर अस्पताल पहुंचे तो कपड़े और चेहरे से अपने पुत्र मैनेजर विनय कुमार की पहचान कर ली।
परिजनों ने यह भी बताया कि साढ़े तीन लाख रुपये हाल ही में पिता से भी लिए थे। अपने बहन से भी अच्छी खासी रकम कर्ज ले रखा था। उनके मोबाइल खाते से लंबा चौड़ा ट्रांजैक्शन ही बता रहा है।
पुलिस का यह भी कहना है कि मोबाइल से उनको लूडो खेलने की आदत हो गई थी। इसमें एक बड़ी राशि भी हार चुके थे। राशि हारने के अवसाद में ही शायद उन्होंने बिहारशरीफ जाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस इस मामले की और भी सघनता से जांच कर रही है। पुलिस ने अथक परिश्रम कर मैनेजर अपहरण कांड की सच्चाई का उद्भेदन कर लिया है इस मामले में और भी क्या हो सकता है। इसकी पुलिस की जांच जारी है।