रतलाम से इंदौर आ रही डेमू ट्रेन में रविवार सुबह भीषण आग लग (Demu suddenly became a burning train,) गई है। मिली जानकारी के मुताबिक रविवार सुबह 6:35 पर इंदौर के लिए रवाना हुई डेमू ट्रेन में प्रीतम नगर स्टेशन पर दो कोच में अचानक आग लग गई।
जानकारी के अनुसार, मध्यप्रदेश में रेल हादसों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही शहडोल में तीन ट्रेनें हादसे का शिकार हो गई थी। जिसमें लॉको पायलट समेत कुछ यात्रियों ने अपनी जान गवां दी थी। रविवार यानि आज रतलाम से इंदौर जा रही डेमू ट्रेन में भीषण आग लग गई है। भीलवाड़ा-डॉ.अंबेडकर डेमू ट्रेन की दो बोगियां आग की चपेट में आ गई। आग की लपटे आसमान छूते नजर आई।
डेमू ट्रेन में आग लगने के बाद लगभग एक घंटे बाद 7:50 पर फायर ब्रिगेड पहुंची। सभी यात्रियों को उतार दिया गया है। जिसके बाद वे पैदल ही प्रीतम नगर रेलवे स्टेशन से छह किलोमीटर दूर फोर लेन स्थित रत्तागिरी गिरी की ओर जा रहे हैं।
इस घटना ने आसपास के इलाके में अफरा-तफरी मचा दी। घटना का कारण अभी भी अज्ञात है। राहत की बात यह है कि किसी प्रकार की अनहानी नहीं हुई है। सभी यात्री सुरक्षित बाहर निकाले जा चुके हैं।
ट्रेन में इतनी भयावह आग लगी थी कि काफी दूर से ट्रेन से आग की लपटें ऊपर तक उठती हुई दिखाई दे रही थी। ट्रेन की दो बोगियां जलकर पूरी तरह खाक हो चुकी है। अभी तक ट्रेन में आग लगने के कारणों के बारे में पता नहीं चला है।
जानकारी के अनुसार, यात्री कुछ समझ पाते, इससे पहले ही आग फैल गई और बड़ी-बड़ी लपटें उठने लगी। इससे यात्री अपना सामान निकाल कर दूर जाकर खड़े हो गए। प्रशासन आग बुझाने की कोशिश कर रहा है। घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ रेल अधिकारी मौके के लिए रवाना हो गए हैं।
डेमू ट्रेन में आग लगने के बाद लगभग एक घंटे बाद 7:50 पर फायर ब्रिगेड पहुंची। सभी यात्रियों को उतार दिया गया है। जिसके बाद वे पैदल ही प्रीतम नगर रेलवे स्टेशन से 6 किलोमीटर दूर फोर लेन स्थित रत्तागिरी गिरी की ओर जा रहे हैं।
ट्रेन में इतनी भयावह आग लगी थी कि काफी दूर से ट्रेन से आग की लपटें ऊपर तक उठती हुई दिखाई दे रही थी। ट्रेन की दो बोगियां जलकर पूरी तरह खाक हो चुकी है। अभी तक ट्रेन में आग लगने के कारणों के बारे में पता नहीं चला है। पढ़िए पूरी खबर
23 अप्रैल को सुबह 6:25 बजे भीलवाड़ा-डॉ.अंबेडकर डेमू ट्रेन रतलाम से रवाना हुई थी। 7 बजे प्रीतम नगर रेलवे स्टेशन पर पहुंची, जहां यात्रियों ने ड्राइविंग मोटर कोच से धुआं उठते देखा और जान बचाने के लिए यात्री स्टेशन पर ही ट्रेन से नीचे उतर गए।
धीरे-धीरे आग इंजन के हिस्से वाली बोगी और इसके अलग वाली बोगी में फैल गई। रिपोर्ट के मुताबिक आग इंजन के लगे हुए जनरेटर में लगी थी। मौके पर फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची और दो घंटों में ही आग पर काबू पा लिया गया।
रेलवे प्रशासन सभी यात्रियों को सुरक्षित निकालने में कामयाब हुआ। जली बोगियों को अलग कर इंदौर रवाना किया गया। वहीं ट्रेन को प्रीतम नगर से नौगावां रेलवे स्टेशन के लिए रवाना किया गया।
बाद में दूसरी ट्रेन का इंतजाम ना होने के कारण यात्रियों को पैदल ही दूसरे साधन की तलाश में निकलना पड़ा। यात्री 6 किलोमीटर दूर फोरलेन पर स्थित रत्तागिरी पर बस और दूसरे साधन पकड़ने के लिए पहुंचे।