बेतिया से इस वक्त की बड़ी खबर है, जहां मंदिर में एक पुजारी की निर्मम हत्या कर अपराधियों ने उनका सिर काट दिया। इतना ही नहीं पुजारी की बलि चढ़ाने के बाद चनपटिया थाना क्षेत्र के जैतीया पंचायत अंतर्गत पिपरा काली मंदिर में जाकर रख दिया। पुजारी रुदल साह बकुलहर गांव के ही रहने वाले थे जो गांव के ही राम जानकी मंदिर में 40 वर्षो से पुजारी के रूप काम करते थे।
घटना चनपटिया प्रखंड की है जहां गोपालपुर थाना क्षेत्र के बकुलहर गांव की है। बुधवार की सुबह में जब ग्रामीणों ने देखा तो इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी।
सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। फिलहाल अपराधी पुलिस पकड़ से बाहर हैं। हालांकि पुलिस 24 घंटे के अंदर मामले की उद्भेदन करने का दावा कर रही है।
ग्रामीणों ने बताया कि बकुलहर रामजानकी मंदिर के पुजारी गूंगे थे। वे करीब 10 साल से मंदिर में पूजा पाठ करते थे। पूजा पाठ के सिवा उनको किसी से कोई मतलब नहीं रहता था। प्रतिदिन की तरह मंगलवार की रात मंदिर परिसर में सोए थे। अपराधी छत के रास्ते से प्रवेश कर उनका सिर काट लेकर चले गए।
घटनास्थल पर अपराधियों का एक चप्पल छुटा है। घटना की सूचना पर गोपालपुर थानाध्यक्ष राज रूप राय व चनपटिया थानाध्यक्ष मनीष कुमार मौके पर पहुंच मामले की जांच शुरू कर दिए है। पुलिस दोनों जगहों से कटे सिर व धड़ को कब्जे में ले ली है।
जानकारी के अनुसार, बेतिया से 20 किलोमीटर दूर गोपालपुर थाना क्षेत्र के बकुलहर गांव के राम जानकी मंदिर में एक पुजारी की निर्मम हत्या कर दी गई है। पुजारी की हत्या कर अपराधियों ने सिर को बगल के थाना चनपटिया के जैतीया पंचायत अंतर्गत पिपरा काली मंदिर में रख दिया।
घटना बुधवार सुबह की है। जब ग्रामीणों ने देखा तो इसकी सूचना दोनों स्थानीय पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।फिलहाल अपराधी पुलिस पकड़ से बाहर है। पुजारी रुदल साह बकुलहर गांव के ही रहने वाले थे। जो गांव के ही राम जानकी मंदिर में काफी समय से पुजारी के रूप काम करते थे।
स्थानीय लोगो के अनुसार पुजारी मूक बधीर थे। दो बेटे और एक बेटी के पिता थे। हत्या की इस घटना को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। पुलिस का दल मामले की जांच को लेकर घटनास्थल पर पहुंच जांच में जुट गया है।