मुख्य बातें: जनसंख्या स्थिरीकरण जागरूकता को ले एसीएमओ ने सारथी रथ को हरी झंडी दिखा किया रवाना, “आजादी के अमृत महोत्सव में हम लें संकल्प परिवार नियोजन को बनाएंगे खुशियों का विकल्प”, जिले में चलाई जा रही दंपती संपर्क पखवाड़ा
समीर कुमार मिश्रा, मधुबनी, देशज टाइम्स ब्यूरो। परिवार नियोजन के प्रति आमजनों में जागरूकता लाने के लिए जिले में दंपत्ति संपर्क पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है । यह अभियान आगामी 10 जुलाई तक चलेगा।
परिवार नियोजन पखवाड़े की इस वर्ष की थीम “आजादी के अमृत महोत्सव में हम लें संकल्प परिवार नियोजन को बनाएंगे खुशियों का विकल्प” रखा गया है। कार्यक्रम को और तेज गति देने के लिए गुरुवार को सदर अस्पताल मधुबनी से सारथी रथ को हरी झंडी दिखाकर एसीएमओ डॉ. आरके सिंह ने रवाना किया। सारथी रथ के माध्यम से लोगों को परिवार नियोजन के स्थाई व अस्थाई साधनों के बारे में जागरूक किया जाएगा।
दो चरणों में होगा पखवाड़े का आयोजनजिला सामुदायिक उत्प्रेरक नवीन दास ने बताया कि जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा दो चरणों में आयोजित होगा।
27 जून से 10 जुलाई 2023 तक दंपती संपर्क पखवाड़ा एवं 11 से 31 जुलाई तक परिवार नियोजन सेवा के तहत प्रदान की जाने वाली सेवाओं को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। ताकि जनसंख्या स्थिरीकरण की जरूरत सही उम्र में शादी, पहले बच्चे की देरी तथा बच्चों में सही अंतराल के बारे में आमजन के मध्य चर्चा कर मां और शिशु स्वास्थ्य को बेहतर कर सकें।
महिला बंध्याकरण की तुलना में अधिक सरल है पुरुष नसबंदी डीपीएम पंकज मिश्रा ने बताया कि पुरुष नसबंदी मामूली शल्य प्रक्रिया है। यह महिला नसबंदी की अपेक्षा अधिक सुरक्षित और सरल है। इसके लिए न्यूनतम संसाधन, बुनियादी ढांचा और न्यूनतम देखभाल की आवश्यकता है।
पुरुष नसबंदी को लेकर समाज में कई प्रकार के भ्रम फैले हुए हैं। इस भ्रम को तोड़ना होगा। छोटा परिवार सुखी परिवार की अवधारणा को साकार करने के लिए पुरुष को आगे बढ़कर जिम्मेदारी उठाने की जरूरत है।
जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के संचालन के लिए गतिविधि
एसीएमओ डॉ. आर के सिंह ने बताया गर्भनिरोधक के बास्केट ऑफ च्वाइस पर लाभार्थियों को परामर्श दिया जाएगा। इसके तहत इच्छुक दंपत्ति को सलाह मशवारा प्रदान करने हेतु सभी स्वास्थ्य संस्थानों में परामर्श पंजीयन केंद्र स्थापित किया जाएगा। परिवार कल्याण परामर्शी कक्ष में स्टाफ नर्स ,एएनएम द्वारा परामर्श दिया जाएगा।
इसके अलावा ओपीडी, एएनसी सेवा बिंदु, प्रसव कक्ष एवं टीकाकरण केंद्र पर भी कॉन्ट्रासेप्टिव डिस्प्ले ट्रे एवं प्रचार प्रसार सामग्रियों के माध्यम से परामर्श करते हुए इच्छुक लाभार्थी को परिवार नियोजन सेवा प्राप्त करने में सहयोग दिया जाएगा। परामर्श पंजीयन केंद्र पूरे पखवाड़े के दौरान एवं आगे भी अस्थाई रूप से कार्य करेगा।
मांग एवं खपत के अनुसार सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर आवश्यक मात्रा में गर्भनिरोधक की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी एवं गर्भनिरोधक का वितरण किया जाएगा। गर्भनिरोधक की मांग पर प्रत्येक लाभार्थी को अतिरिक्त इच्छित गर्भनिरोधक सामग्री उपलब्ध करायी जाएगी। ताकि लाभार्थी को बार-बार गर्भनिरोधक प्राप्त करने के लिए केंद्र नहीं आना होगा।
कंडोम बॉक्स में नियमित रूप से कंडोम भरा जाएगा। अंतरा एवं आयुसीडी की सेवा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर सहित स्वास्थ्य उप केंद्र तक स्वास्थ्य कार्यों में सुनिश्चित की जाएगी। परिवार नियोजन ऑपरेशन के लिए शल्य कक्ष को पूरी तरह से इनफेक्शन प्रीवेंशन कंट्रोल गाइडलाइन के अनुसार तैयार किया जाना है।