लखीसराय से बड़ी खबर है यहां, जिले के किऊल थाना क्षेत्र के जलप्पा स्थान से कुख्यात नक्सली उपेंद्र बिंद को गुरुवार सुबह केंद्रीय बल और स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। वह पीबीपीजेएसएसी के नक्सल कमांडर करीबी है। पुलिस ने गिरफ्तार नक्सली से पूछताछ की। पूछताछ में कई अहम सुराग मिले हैं। पुलिस के साथ मुठभेड़ मामले में वह फरार था।
जानकारी के अनुसार, एसएसबी और एसटीएफ के ज्वाइंट ऑपरेशन में कुख्यात उपेंद्र बिंद को गिरफ्तार किया गया है।खुफिया इनपुट के आधार पर अहले सुबह ऑपरेशन को अंजाम देते बड़ी कार्रवाई की। वह कई हार्डकोर नक्सलियों का करीबी बताया जाता है। साथ ही नक्सलियों को जरुरत के सामान पहुंचाने का काम गिरफ्तार नक्सली किया करता था। पढ़िए पूरी खबर
लखीसराय के एएसपी अभियान मोती लाल से मिले इनपुट के आधार पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और बिहार पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के संयुक्त ऑपरेशन में कुख्यात उपेंद्र बिंद को गिरफ्तार किया। नक्सल प्रभावित पीरी बाजार, कजरा एवं चानन के जंगली इलाके में नक्सली की मौजूदगी की सूचना पर अपर पुलिस अधीक्षक अभियान के निर्देश पर संयुक्त छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है।
इसी क्रम में गुरुवार की सुबह एसएसबी कजरा एवं बन्नू बगीचा, एसटीएफ कजरा एवं पीरी बाजार थाना की पुलिस ने किऊल थाना क्षेत्र अंतर्गत ज्वालप्पा स्थान से वांछित हार्डकोर नक्सली उपेंद्र बिंद को गिरफ्तार कर लिया है।
कुख्यात नक्सली उपेंद्र बिंद जो लोथू बिंद का पुत्र है और चानन थाना क्षेत्र अंतर्गत कछुआ गांव का रहने वाला है, की उपस्थिति बारे में जानकारी मिली। जिसके बाद एसएसबी कजरा, बन्नूबगीचा, एसटीएफ कजरा और पीरीबजार थाना ने एकसाथ मिलकर उसे पकड़ने की तैयारी शुरू की।
किऊल थाना क्षेत्र के जलप्पा स्थान से नक्सली की गिरफ्तारी की गयी। गिरफ्तार उपेंद्र बिंद को नक्सल कमांडर अरविंद यादव, श्री कोढ़ा और सुरेश कोढ़ा का करीबी बताया जाता है। उपेंद्र बिंद किराना का दुकान भी चलाता है और ऐसी संभावना जताई जा रही है कि वो राशन, पानी समेत रोजाना के जरुरत की चीजें अपने दुकान से ले जाकर नक्सलियों को पहुंचाता था।
उपेंद्र बिंद आर्म्स एक्ट समेत कई मामलों में आरोपित रहा है। नक्सली को गिरफ्तार करने के बाद उससे थोड़ी बहुत पूछताछ करने के बाद पीरी बजार थाना को सौंप दिया गया।