हरियाणा में भड़की हिंसा में बिहार के सीतामढ़ी के इमाम की भी हत्या कर दी गई। इमाम हाफिज साद सीतामढ़ी के रहने वाले थे। हाफिज साद की हत्या गुरुग्राम सेक्टर-57 की मस्जिद में की गई।
मृतक इमाम सीतामढ़ी जिले के नानपुर प्रखंड के पंडौल बुजुर्ग पंचायत के मनियाडीह गांव के रहने वाले थे। बताया जा रहा है कि उपद्रवियों ने मस्जिद में घुसकर उनकी हत्या की और फरार हो गए। इमाम की मौत के बाद संपूर्ण बिहार समे उनके पूरे गांव में मातम है।
जानकारी के अनुसार,हरियाणा के गुरुग्राम में एक मस्जिद के इमाम का शव बुधवार को सीतामढी जिले में उनके गृहनगर पहुंचेगा। मृतक हाफ़िज़ साद दिसंबर 2022 से गुरुग्राम के सेक्टर 57 मस्जिद के इमाम थे। हिंसक भीड़ ने उन्हें कई बार चाकू मारा था। परिजन गांव में अंतिम संस्कार करेंगे।
हाफिज साद सीतामढी जिले के नानपुर प्रखंड अंतर्गत मनियाडीह गांव के वार्ड नंबर 8 का मूल निवासी थे। उनके पिता मो. मुस्ताक ने कहा, उन्होंने एक अगस्त को घर लौटने के लिए टिकट लिया था।
हमलावरों ने आधी रात 12 बजे मस्जिद में उनकी हत्या कर दी। हाफ़िज़ अविवाहित थे। बेटे की हत्या की खबर सुनकर मृतक की मां सनोवर खातून बेहोश हो गयी। गांव में मातम पसरा हुआ है। इसके साथ ही परिवार और गांव के लोगों में गुस्सा भी है।
वहीं, गांव से शव को लाने उनके भाई शदाब गुरुग्राम पहुंचे थे। भाई शदाब ने कहा कि उनके निर्दोष और मासूम भाई की हत्या दंगाइयों ने कर दी। मेरे भाई ने किसी का कुछ नहीं बिगाड़ा था।
इसके बाद भी रात को 12 और साढ़े 12 बजे के बीच बुजदिलों ने, दंगाइयों ने, दहशतगर्दों ने उसकी हत्या कर दी। उनकी दुश्मनी अगर मस्जिद से थी, उसके इंतजामियां से थी तो उन्हें उनसे बदला लेना चाहिए था, उन्होंने निहत्थे मेरे भाई की हत्या कर दी।