Khagaria Murder: जीवन की डोर जब कमजोर पड़ जाती है, तब क्रूर हाथों का प्रहार उसे ऐसे तोड़ता है कि पीछे बस एक खौफनाक दास्तान बाकी रह जाती है। बिहार के खगड़िया में एक 70 वर्षीय बुजुर्ग की हत्या ने इलाके को दहला दिया है, जहां पुलिस इसे जमीनी विवाद बता रही है तो परिजन रंगदारी की बात पर अड़े हैं।
खगड़िया मर्डर: रंगदारी या जमीन? 70 वर्षीय बुजुर्ग की निर्मम हत्या, गांव में फैला आतंक
खगड़िया मर्डर मामले की गहन पड़ताल: जानें पूरा घटनाक्रम
खगड़िया जिले के भरतखंड थाना क्षेत्र स्थित भरतखंड गांव में एक बेहद दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां 70 वर्षीय राम बिलास राय की बेरहमी से हत्या कर दी गई है। मृतक के परिजनों ने इस वारदात के पीछे पांच लाख रुपये की रंगदारी का मामला बताया है, जबकि स्थानीय पुलिस इसे जमीनी विवाद से जोड़कर जांच कर रही है। यह घटना सोमवार देर रात हुई, जब कुछ हथियारबंद बदमाश राम बिलास राय के घर में घुस गए और उन पर हमला कर दिया।
परिजनों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पांच अज्ञात लोग अचानक राम बिलास राय के आवास पर पहुंचे। सभी आरोपी घातक हथियारों से लैस थे। आरोप है कि घर में घुसते ही उन्होंने पांच लाख रुपये की रंगदारी की मांग को लेकर विवाद शुरू कर दिया और देखते ही देखते बात इतनी बढ़ गई कि बदमाशों ने कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर राम बिलास राय को गंभीर रूप से घायल कर दिया। हमला इतना अचानक और बर्बर था कि बुजुर्ग राम बिलास राय वहीं जमीन पर गिर पड़े।
परिवार के सदस्यों ने बताया कि हमलावर इतने खतरनाक हथियारों से लैस थे कि आसपास के लोग चाहकर भी बीच-बचाव करने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। घटना को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए। स्थानीय निवासियों की मदद से गंभीर रूप से घायल राम बिलास राय को तुरंत भागलपुर जिले के मायागंज अस्पताल (जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल) ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
इस खौफनाक वारदात के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल व्याप्त है। मृतक राम बिलास राय के घर में मातम पसरा हुआ है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार और ग्रामीणों में घटना को लेकर भारी आक्रोश भी देखा जा रहा है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
परिजनों ने स्पष्ट रूप से आरोप लगाया है कि पिछले कुछ समय से राम बिलास राय से पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगी जा रही थी। इसी मांग को लेकर उन पर लगातार दबाव बनाया जा रहा था। परिजनों का यह भी कहना है कि यदि पुलिस ने समय रहते इस रंगदारी विवाद पर ध्यान दिया होता और उचित कार्रवाई की होती, तो शायद इस बुजुर्ग की जान बचाई जा सकती थी।
पुलिस की जांच और परिजनों के आरोप: विरोधाभासी बयान
वहीं दूसरी ओर, स्थानीय पुलिस का शुरुआती बयान परिजनों के आरोपों से भिन्न है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में यह पूरा मामला जमीनी विवाद से जुड़ा हुआ प्रतीत हो रहा है। भरतखंड थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस सभी संभावित बिंदुओं पर गंभीरता से जांच कर रही है और दोषियों की पहचान कर उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
फिलहाल, भरतखंड थाना पुलिस ने मृतक राम बिलास राय के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि परिजनों के बयानों, स्थानीय लोगों से मिली जानकारियों और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस प्रशासन अब यह देखने में जुटा है कि इस मामले में रंगदारी के आरोप को कितनी गंभीरता से लिया जाता है और कब तक अपराधियों को पकड़कर पीड़ित परिवार को न्याय मिल पाता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह वारदात एक बार फिर बिहार में कानून व्यवस्था और बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर सवालिया निशान लगा रही है।



