छपरा में जहरीली शराबकांड में 70 लोगों की मौत के बाद जो सबसे बड़ा खुलासा हुआ था वह यह कि यहां जहरीली शराब का निर्माण होमियोपैथिक दवा से किया गया था। इसके बाद अब इस मामले में दवा से शराब निर्माण करने वाले मास्टरमाइंड 35 साल के रामबाबू की गिरफ्तारी हो गई है।
जानकारी के अनुसार,आज यहां होमियोपैथिक दवा से शराब निर्माण करने वाले लोगों की गिरफ़्तारी हुई है। मामले की जांच के लिए एसआईटी का भी गठन हुआ था। अब तक कई लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। वहीं इस कांड में जुड़े पुलिस को भी निलंबित किया गया था। लेकिन मामले में फरार मास्टरमाइंड की खोज पुलिस अब भी कर रही थी। इस बीच बिहार पुलिस को तो नहीं लेकिन दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता हाथ लगी है।
बिहार से फरार जहरीली शराब के मास्टरमाइंड रामबाबू को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया है। यह कामयाबी दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच को मिली है। गिरफ्तारी के साथ एक बड़ा खुलासा हुआ है। बताया जाता है कि जहरीली शराब का निर्माण होमियोपैथिक दवा से किया गया था। जिसको पीने से कई लोगों की जान चली गई थी। वही बिहार पुलिस की अबतक की कार्रवाई में 150 से अधिक शराब तस्करों की गिरफ्तारी हुई है।छपरा के मशरख में जहरीली शराब पीने से अब तक 73 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि सरकारी आंकड़ा 38 है।
होमियोपैथिक दवा से शराब बनाने वाले गिरफ्तार मास्टरमाइंड राम बाबू शराब में केमिकल डालकर उसे तैयार किया था, जिसे पीने की वजह से कई लोगों की जान चली गई थी। सारण के मशरक, मढ़ौरा, इसुआपुर और अमनौर प्रखंड में ही ये मौतें हुईं थी। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तस्करी करने वाले 150 से ज्यादा धंधेबाजों को गिरफ्तार भी किया है। इसमें कई लोगों को छपरा सदर अस्पताल, पीएमसीएच और एनएमसीएच में मरीजों का इलाज चल रहा है। मामले में मनवाधिकार की टीम भी लगातार जांच कर रही है।