औरंगाबाद में आपराधिक घटनाओं का सिलसिला लगातार जारी है। टारगेट लगातार जनप्रतिनिधि और उनके रिश्तेदार बन रहे हैं। पिछले अगस्त महीनें में पूर्व जिला परिषद सदस्य पति की गोली मारकर हत्या की आग अभी ठंड भी नहीं हुई थी कि फिर से वार्ड सदस्य के पति की हत्या कर शव को झाड़ी में हाथ-पैर बांधकर फेंकने की घटना से पूरा औरंगाबाद धधक उठा है। लोग विरोध में सड़कों पर उतरकर आगजनी की और जमकर प्रदर्शन करते हुए बवाल काटा है। मुआवजे की मांग लेकर परिजनों व ग्रामीणों ने हसपुरा पटेल चौक मुख्य सड़क को जाम कर दिया है। साथ ही सड़क पर आगजनी भी शुरू कर दी। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को जब्त कर लोगों को समझाकर मामले को शांत किया। पूरी खबर
जानकारी के अनुसार मामला हसपुरा थाना के अमझरशरीफ पंचायत का है जहां, बाला बिगहा गांव निवासी 40 वर्षीय वार्ड सदस्य प्रतिनिधि बलिराम महतो उर्फ झाखड़ की हत्या सोमवार रात कर दी गई। बलिराम का शव रसूलपुर सड़क के समीप महावीर स्थान के पास झाड़ी में हाथ पैर बंधा फेंका मिला। बलिराम की पत्नी संगीता देवी अमझरशरीफ पंचायत के वार्ड चार की वार्ड सदस्य हैं। पति की हत्या से वह पूरी तरह टूट गई है। हत्या के पीछे पंचायत चुनाव के समय से ही पुरानी रंजिश को माना जा रहा है।
वहीं, हत्या और अपराधियों की ओर से हाथ पैर बांधकर शव को झाड़ी में फेंकने की घटना पूरे इलाके में जंगल की आग की तरह जैसे ही फैली। आक्रोशित लोगों का मजमा जुटने लगा। सुबह लाश मिलते ही गुस्साए लोगों ने सड़क पर आगजनी शुरू कर दी। वहीं पारिवारिजनों को भी हत्या की जानकारी रात लगभग तीन बजे मिली जिसके बाद पूरे वार्ड के लोग उमड़ने लगे।
मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष नरेंद्र प्रसाद ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया। पुलिस की पहली तहकीकात में शरीर में कहीं कोई निशान नहीं मिली। ऐसे में पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।